कभी जडेजा के साथ खेलते थे क्रिकेट...जो हार्दिक नहीं कर सके, वो अब बेटा करेगा!

3 weeks ago

जामनगर, जिसे क्रिकेट नगरी के रूप में जाना जाता है, अपने ऐतिहासिक मैदानों के लिए प्रसिद्ध है. यहां हर दिन कई युवा खिलाड़ी अपने क्रिकेट के सपने को साकार करने के लिए मैदान में पसीना बहाते हैं. इन्हीं में से एक नाम है 12 साल के हसित गनात्रा का, जिसने अपनी मेहनत और लगन से सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है. हाल ही में संपन्न वार्षिक जानी क्रिकेट टूर्नामेंट में हसित को ‘मैन ऑफ द सीरीज’ चुना गया.

हसित की सफलता और पिता का संघर्ष
हसित ने बताया कि वह पिछले छह सालों से क्रिकेट बंगले में प्रैक्टिस कर रहे हैं और उनका सपना है कि वे एक दिन भारत के लिए क्रिकेट खेलें. हसित के पिता हार्दिक गनात्रा भी एक अच्छे क्रिकेटर रहे हैं. हार्दिक ने रवींद्र जडेजा जैसे महान खिलाड़ियों के साथ खेला, लेकिन आर्थिक समस्याओं और पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते क्रिकेट में आगे नहीं बढ़ सके. हार्दिक अब अपने बेटे के सपनों को पूरा करने में जुटे हैं. उन्होंने कहा, “मैं अपने बेटे को एक क्रिकेटर के रूप में देखने के लिए हर संभव प्रयास करूंगा.”

पिता का समर्थन और हसित की मेहनत
हसित के पिता न केवल उसे रोजाना क्रिकेट बंगले पर ले जाते और वापस घर लाते हैं, बल्कि घर पर भी उसका अभ्यास करवाने में मदद करते हैं. पिता-पुत्र की यह जोड़ी दिन-रात मेहनत करती है. हसित दिन में आठ घंटे क्रिकेट प्रैक्टिस करता है और अपने खेल को सुधारने के लिए कड़ी मेहनत करता है. पिता हार्दिक न केवल हसित के कोच की भूमिका निभा रहे हैं, बल्कि उसकी हर छोटी-बड़ी जरूरत का ध्यान भी रखते हैं.

हसित का सपना और प्रेरणा
हसित की लगन और पिता का समर्पण जामनगर के इस छोटे खिलाड़ी को बड़ा सपना देखने का हौसला दे रहा है. उनका यह सफर न केवल प्रेरणादायक है बल्कि यह साबित करता है कि कड़ी मेहनत और परिवार का साथ हो तो सपने सच किए जा सकते हैं.

Tags: Gujarat, Local18, Ravindra jadeja, Special Project

FIRST PUBLISHED :

December 3, 2024, 12:57 IST

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