Asia's Richest Village: गुजरात के कच्छ जिले में भुज के पास स्थित माधापार कोई साधारण गांव नहीं है. इसे एशिया का सबसे अमीर गांव माना जाता है. माधापार गांव को इसकी अकूत संपत्ति के लिए जाना जाता है. माधापार की कमाई मुख्य रूप से इसके अनिवासी भारतीय (एनआरआई) परिवारों से आती है. माधापार में अधिकतर पटेल समुदाय निवास करता है. इसकी जनसंख्या 2011 में 17,000 से बढ़कर लगभग 32,000 होने का अनुमान है. यहां पानी, स्वच्छता और सड़क जैसी सभी बुनियादी सुविधाएं हैं. गांव में बंगले, सार्वजनिक और निजी दोनों तरह के स्कूल, झीलें और मंदिर हैं.
News18 हिंदीLast Updated :November 19, 2024, 19:01 ISTAuthorSachin Srivastava
01
गांव में लगभग 20,000 घर हैं, लेकिन लगभग 1,200 परिवार विदेश में रहते हैं, ज्यादातर अफ्रीकी देशों में. मध्य अफ़्रीका में निर्माण व्यवसायों पर गुजरातियों का भारी प्रभुत्व है, जो इस क्षेत्र की एक बड़ी प्रवासी आबादी का हिस्सा हैं. कई लोग यूके, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और न्यूजीलैंड में भी रहते हैं. ये एनआरआई अपने गांव बड़ी रकम भेजते हैं, जिससे गांव की समृद्धि को बढ़ावा मिलता है.
02
विदेश में रहते हुए भी, एनआरआई माधापर के साथ मजबूत संबंध बनाए रखते हैं. वे जिस देश में रहते हैं उन देशों के बजाय अपने गांव के बैंकों में पैसा जमा करना पसंद करते हैं, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनका धन उनके गृहनगर के विकास में योगदान दे. गांव के निवासियों ने बैंकों में 7,000 करोड़ रुपये की फिक्स डिपॉजिट करवा रखा है, जिससे पता चलता है कि वे कितने अमीर हैं.
03
गांव में 17 बैंक हैं, जिनमें एचडीएफसी बैंक, एसबीआई, पीएनबी, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और यूनियन बैंक आदि जैसे प्रमुख सार्वजनिक और निजी बैंक शामिल हैं. एक अकेले गांव में इतने बैंक होना एक असामान्य बात है. इसके बावजूद, अधिकतर बैंक यहां अपनी शाखाएं खोलने में रुचि रखते हैं. यहां के एनआरआई परिवार हर साल स्थानीय बैंकों और डाकघरों में करोड़ों रुपये जमा करते हैं. गांव में एक राष्ट्रीयकृत बैंक के स्थानीय शाखा प्रबंधक का कहना है कि भारी जमा ने इसे समृद्ध बना दिया है.
04
अपनी आर्थिक समृद्धि के कारण, माधापार में अच्छी बनी सड़कों का जाल है. गांव में हर घर में पानी पहुंचाने के लिए एक बेहतरीन सिस्टम काम कर रहा है. इसके अलावा यहां साफ-सफाई की आधुनिक सुविधाएं हैं. ये सभी खूबियां इसे एक आदर्श गांव बनाती हैं. साथ ही इस गांव में परंपरा और विकास का अच्छा तालमेल है.
05
इस गांव में बंगलों, स्कूलों, झीलों और मंदिरों की भरमार है, जो यहां के रहने वालों के उच्च जीवन स्तर को दर्शाता है. निवासी अपनी सांस्कृतिक विरासत से जुड़े रहते हुए ऐसी जीवनशैली का आनंद लेते हैं जो शहरी सुख-सुविधाओं को टक्कर देती है.