13 मिनट में 13 KM, जब जान बचाने को लगी जान की बाजी, बुलेट ट्रेन बनी मेट्रो

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Last Updated:January 18, 2025, 11:47 IST

Hyderabad Metro News: डोनर यानी दानदाता के हृदय को जल्द से जल्द और बिना किसी व्यवधान के अस्पताल पहुंचाने के लिए हैदराबाद मेट्रो रेल ने ग्रीन कॉरिडोर बनाया. इस दौरान 13 किलोमीटर की दूरी 13 मिनट में तय की गई.

13 मिनट में 13 KM, जब जान बचाने को लगी जान की बाजी, बुलेट ट्रेन बनी मेट्रो

हैदराबाद मेट्रो ने दिल के ट्रांसप्लांटेशन के लिए बनाया ग्रीन कॉरिडोर, 13 मिनट में तय किए 13 किलोमीटर.

Hyderabad News: ऑर्गन ट्रांसप्लांट के जरिए किसी की जान बचाने के लिए अक्सर ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाता है. इसके लिए रास्ते को क्लियर किया जाता है. हवा की रफ्तार से एंबुलेंस चलती है. हैदराबाद में कुछ ऐसा ही नजारा दिखा. जी हां, हैदराबाद मेट्रो रेल ने एक डोनर हार्ट के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया. इसकी मदद से 13 किलोमीटर की दूरी 13 मिनट में तय की गई. इस दौरान 13 स्टेशनों को पार किया गया.

हैदराबाद मेट्रो रेल की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि 17 जनवरी को रात 9:30 बजे यह ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था. इस कॉरिडोर से एलबी नगर के कामिनेनी अस्पताल से एक डोनर के हार्ट को लाकड़ी-का-पुल इलाके में स्थित ग्लेनीगल्स ग्लोबल हॉस्पिटल पहुंचाया गया.

इसमें कहा गया कि हरित गलियारा बनाने से इस जीवन रक्षक मिशन को समय रहते अंजाम दिया जा सका. इसमें कहा गया है कि हैदराबाद मेट्रो रेल, चिकित्सा पेशेवरों और अस्पताल अधिकारियों के बीच सावधानीपूर्वक योजना और समन्वय से यह प्रयास संभव हुआ. यह सब डॉक्टरों की देखरेख में हुआ.

बयान में कहा गया है कि एलएंडटी मेट्रो रेल (हैदराबाद) लिमिटेड (एलएंडटीएमआरएचएल) आपातकालीन सेवाओं का समर्थन करने और अपने विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे का उपयोग करके समाज के कल्याण में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है.

Location :

Hyderabad,Hyderabad,Telangana

First Published :

January 18, 2025, 11:47 IST

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