नई दिल्ली. आपको याद होगा जब 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीयों से मालदीव छोड़कर लक्षद्वीप घूमने जाने की अपील की थी. इसके बाद काफी विवाद भी हुआ और तमाम भारतीयों ने अपनी ट्रिप कैंसिल कर दी थी. इन विवादों के बीच एक भारतीय कारोबारी का नाम काफी हाईलाइट हुआ था, जिन्होंने पीएम मोदी और देश का समर्थन करने के लिए अपने बिजनेस को भी दांव पर लगा दिया था. खबर है कि पर्सनल कारणों की वजह से यह सीईओ करीब 800 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी बेचने जा रहा है. इतना ही नहीं उन्होंने तत्काल प्रभाव से कंपनी के सीईओ का पद भी छोड़ दिया है.
यह मामला जुड़ा है ऑनलाइन यात्रा मंच ईजमाईट्रिप के सह-संस्थापक एवं सीईओ निशांत पिट्टी से, जिन्होंने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दे दिया है. निशांत पिट्टी के भाई एवं सह-संस्थापक रिकांत पिट्टी को उनकी जगह नया सीईओ नियुक्त किया गया है. वह वर्तमान में कंपनी के कार्यकारी निदेशक हैं. याद दिला दें कि मालदीव के साथ विवाद के समय निशांत ने पीएम मोदी और देश के सम्मान के लिए अपने ऑनलाइन मंच पर मालदीव की बुकिंग लेनी ही बंद कर दी थी. देशभर में उनके इस जज्बे को काफी सराहा गया था.
कितनी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी
निशांत ने 1 जनवरी, 2025 यानी आज से ही कंपनी के सीईओ का पद छोड़ दिया है. पिछले सोमवार को उन्होंने ऐलान किया था कि वे ईजी ट्रिप प्लानर में ब्लॉक डील के जरिये अपनी पूरी 14 फीसदी हिस्सेदारी बेच देंगे. हालांकि, फिलहाल उन्होंने सिर्फ 1.4 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की बात कही है. कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि अपनी नई भूमिका में रिकांत कंपनी की रणनीतिक पहलों का नेतृत्व करेंगे, नवाचार को बढ़ावा देंगे और उद्योग में ईजमाईट्रिप की स्थिति को और मजबूत करने के लिए ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाएंगे.
पहले भी बेचे शेयर
पिट्टी ने पिछले साल भी कंपनी के शेयर बेचे थे. जून, 2023 में उन्होंने कंपनी के 6.25 करोड़ शेयर बेच दिए थे. तब उन्होंने कहा था कि अब कंपनी आगे अपनी कोई हिस्सेदारी नहीं बेचेगी, लेकिन अब फिर से खबर आ रही है कि निशांत अपनी व्यक्तिगत मजबूरी की वजह से हिस्सेदारी बेचने जा रहे हैं. कंपनी के शेयर आज दोपहर 15.80 रुपये के भाव पर चल रहे थे.
कैसे शुरू हुआ था सफर
निशांत पिट्टी और उनके भाई रिकांत ने साल 2008 में ईज माई ट्रिप की नींव रखी थी. इसका आइडिया सिर्फ चंद रुपये बचाने को लेकर आया था. दरअसल, निशांत के पिता एक बिजनेसमैन थे और उन्हें लगातार हवाई यात्राएं करनी पड़ती थीं. तब निशांत और उनके भाई रिकांत ने फ्लाइट बुकिंग पर पैसे बचाने के लिए नई-नई ट्रिक अपनानी शुरू कर दी. जल्द ही दोनों इतने माहिर हो गए कि उन्होंने अपने इस आइडिया को बिजनेस का रूप दे दिया. आज इस कंपनी के साथ करीब 61 हजार ट्रैवल एजेंट जुड़े हैं, जबकि 10 लाख से ज्यादा होटल पार्टनर्स हैं. 1.1 करोड़ से ज्यादा ग्राहकों वाली इस कंपनी ने देश-विदेश में करीब 400 एयरलाइंस से टाईअप किया है.
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FIRST PUBLISHED :
January 1, 2025, 15:21 IST