Nigeria Violence: अफ्रीका के सबसे अधिक आबादी वाले देश नाइजीरिया में पिछले कुछ समय से ईसाईयों के प्रति हिंसा बढ़ी है. इससे पूरे देश में अशांति फैली हुई है. इसको लेकर नाइजीरिया के राष्ट्रपति के प्रवक्ता डैनियल बवाला ने कहा कि नाइजीरिया में अमेरिका ईसाई उत्पीड़न के अपने दावों को लेकर एकतरफा तौर पर कोई सैन्य अभियान नहीं चला सकता. उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप की ओर से इस तरह की सैन्य धमकी फेक रिपोर्ट्स पर बेस्ड है और ऐसा लगता है कि यह बैठक कराने और बातचीत के लिए दबाव बनाने की ट्रंप की टेक्नीक का हिस्सा है. बता दें कि बवाला ट्रंप की उस टिप्पणी का जवाब दे रहे थे, जिसमें उन्होंने पेंटागन को नाइजीरिया में ईसाई उत्पीड़न के मामले को लेकर संभावित सैन्य कार्रवाई की योजना बनाना शुरू करने का आदेश दिया था.
ट्रंप की धमकी
ट्रंप ने नाइजीरिया में ईसाइयों के प्रति हिंसा को लेकर कहा कि नाइजीरिया ईसाइयों के उत्पीड़न में लगाम लगाने पर विफल रही है, जिसकी 220 मिलियन की आबादी ईसाइयों और मुसलमानों के बीच लगभग समान रूप से विभाजित है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा था,' अगर नाइजीरियाई सरकार ईसाइयों की हत्या की अनुमति देना जारी रखती है तो USA तुरंत नाइजीरिया को सभी सहायता रोक देगा.' ट्रंप ने नाइजीरिया से भयानक अत्याचार कर रहे इस्लामी आतंकवादियों का पूरी तरह से सफाया करने की भी बात कही.
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राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने क्या कहा?
बता दें कि ट्रंप की यह धमकी नाइजीरिया को विषेश चिंता वाले देशों में लिस्ट करने के बाद आई है. अमेरिका इस लिस्ट में ऐसे देशों को डालता है, जो धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन पर कार्रवाई करने में विफल रहे हैं. एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक नाइजीरिया के सुरक्षा संकटों में ईसाई और मुसलमान दोनों मारे गए हैं. वहीं नाइजीरिया ने ईसाइयों पर अत्याचार से इनकार किया है. बवाला ने कहा,' जब नाइजीरिया में सैन्य अभियान की बात आती है तो यह एक ऐसा मामला है, जिस पर दोनों नेताओं को सहमत होना पड़ता है. यह ऐसा कुछ नहीं है जिसे आप एकतरफा कर सकते है खासकर जब वह देश एक संप्रभु राज्य है और वह देश अपराध को सहायता और बढ़ावा नहीं दे रहा है.'
नाइजीरिया में हिंसा का कारण
नाइजीरिया में संघर्ष से प्रभावित एक पादरी हयाब ने कहा कि सरकार को संघर्ष प्रभावित गांवों में लोगों की जान बचाने के लिए और अधिक प्रयास करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि नाइजीरिया सालों से ईसाई और मुस्लिम हिंसा का सामना कर रहा है, जिसमें दोनों ही प्रभावित हुए हैं. दोनों समूह देश की आबादी का लगभग आधा हिस्सा हैं. उनका कहना है कि यह हिंसा मुख्य रूप से उत्तरी नाइजीरिया में होती है, जिसे बोको हराम के विद्रोहियों और सशस्त्र गिरोह फैलाते हैं. इनमें अधिकतर पूर्व चरवाहे होते हैं, जिन्होंने चरवाहों और किसानों के बीच लगातार संघर्ष के बाद कृषक समुदायों के खिलाफ हथियार उठा लिए थे.
FAQ
नाइजीरिया में क्या है विवाद की जड़?
नाइजीरिया में ईसाइयों और मुसलमानों के बीच हिंसा की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिसे लेकर ट्रंप ने नाइजीरिया को धमकी दी है.
क्या कहा नाइजीरिया ने?
नाइजीरिया ने कहा है कि ट्रंप की धमकी फेक रिपोर्ट्स पर बेस्ड है और सैन्य कार्रवाई एकतरफा नहीं हो सकती है.

7 hours ago
