पुतिन की औकात नहीं...Putin-Zelensky को मनाने के लिए व्‍हाइट हाउस में जुटे थे सब, नन्‍हें से देश के नेता ने रूस को ललकारा

5 hours ago

Finnish President Stubb reaction on Putin: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और यूरोप के बड़े नेताओं के साथ सोमवार को एक अहम मीटिंग की. मीटिंग का मकसद एक ही था कि रूस-यूक्रेन जंग को रोका कैसे जाए. मीटिंग में शामिल लोगों ने रूस-यूक्रेन जंग के बीच इस बातचीत को बहुत अहम माना लेकिन एक छोटे से देश के नेता ने ऐसा बयान इस मीटिंग के बाद दिया जिसे सुनकर रूस भड़क सकता है. आइए समझते हैं इस बयान की कहानी. 

एएफपी समाचार एजेंसी की मुताबिक, फिनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब ने अमेरिकी राष्ट्रपति और यूक्रेन के नेता समेत यूरोपीय नेताओं के साथ व्हाइट हाउस में हुई मीटिंग के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर बड़ा बयान दिया है. स्टब ने कहा, "पुतिन पर भरोसा करना मुश्किल है. अब देखना ये है कि क्या उनके पास इस तरह की मीटिंग में आने का साहस है."

ये बयान ऐसे समय में आया है, जब यूक्रेन और रूस के बीच तनाव चरम पर है और पूरी दुनिया की नजरें इस मसले पर टिकी हैं. स्टब का ये बयान इसलिए भी खास है क्योंकि फिनलैंड ने हाल ही में (2023 में) नाटो में शामिल होने का फैसला लिया था. इसका कारण रूस का 2022 में यूक्रेन पर हमला था.

फिनलैंड की नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी के 2024 के एक सर्वे के मुताबिक, अब 83% फिनलैंड के लोग रूस को सैन्य खतरा मानते हैं, जो पहले सिर्फ 15% था. यानी समय के साथ एक तरह से माना जाए तो पूरा देश ही रूस को अपना दुश्मन मान रहा है. स्टब भी रूस के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए हैं और यूक्रेन को अमेरिका से सपोर्ट दिलाने की कोशिश कर रहे हैं.पुतिन पर भरोसे की कमी क्यों?स्टब का कहना है कि पुतिन पर भरोसा नहीं किया जा सकता, और इसके पीछे कई वजहें हैं. रूस के अंदर भी पुतिन की साख कमजोर पड़ती दिख रही है. 2018 में लेवाडा सेंटर (रूस का एक पोल करने वाला संगठन) ने बताया था कि सिर्फ 39% लोग ही पुतिन को भरोसेमंद मानते थे. ये कमी आर्थिक मंदी और पेंशन सुधार जैसे फैसलों की वजह से हुई. यानी उनके अपने देश में भी लोग उनसे नाराज हैं, जो उनकी अंतरराष्ट्रीय साख को और कमजोर करता है.

स्टब का ये बयान व्हाइट हाउस में हुई मीटिंग के बाद आया, जिसमें यूरोपीय नेता और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की भी शामिल थे.व्हाइट हाउस में क्या हुआ?इस मीटिंग में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ यूरोपीय और नाटो के बड़े नेता मौजूद थे. फॉक्स न्यूज डिजिटल (19 अगस्त 2025) के मुताबिक, स्टब ने मार्च में ट्रंप के साथ गोल्फ खेलते वक्त यूक्रेन के मसले पर बातचीत की थी. दोनों के बीच अच्छी दोस्ती बनी, और ट्रंप ने स्टब को गोल्फ सेट भी गिफ्ट किया. अब ये मीटिंग रूस और यूक्रेन के बीच शांति सौदे को लेकर हो रही है. ट्रंप चाहते हैं कि यूक्रेन रूस के साथ जमीन देने का समझौता करे, लेकिन यूरोपीय नेता इस सौदे से खुश नहीं हैं. इसलिए जेलेंस्की के सपोर्ट में यूरोपीय नेता व्हाइट हाउस आए ताकि यूक्रेन पर दबाव न पड़े.खबर का असर क्या होगा?स्टब का पुतिन पर निशाना और व्हाइट हाउस की ये मीटिंग दुनिया की राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकती है. अगर ट्रंप रूस के साथ सौदा कर लेते हैं, तो यूक्रेन को नुकसान हो सकता है. लेकिन यूरोपीय नेताओं की मौजूदगी से यूक्रेन को मजबूती मिल रही है. स्टब का सख्त रुख और फिनलैंड की नई नाटो वाली नीति से रूस पर दबाव बढ़ेगा. लोग अब ये देखना चाहते हैं कि पुतिन इस सबके बाद क्या कदम उठाते हैं.

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