Last Updated:April 29, 2025, 13:20 IST
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूजीएम कॉन्क्लेव में युवाओं को संबोधित करते हुए शिक्षा और तकनीक पर जोर दिया. उन्होंने भारत को एआई और नई तकनीकों में अग्रणी बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई.

पीएम मोदी ने दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित किया.
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 हिंदुओं के जनसंहार को लेकर देश में भड़के आक्रोश के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बेहद गहरा संदेश दिया है. पीएम ने मंगलवार को यूजीएम कॉन्क्लेव में युवाओं को संबोधित करते हुए देश के भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए शिक्षा और तकनीक पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि समय सीमित है और लक्ष्य बहुत बड़े हैं. हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी यह बात मौजूदा स्थिति के बारे में नहीं, बल्कि भारत को वैश्विक स्तर पर अग्रणी बनाने की उनकी सोच को दर्शाता है. पीएम ने शिक्षा व्यवस्था को आधुनिक बनाने और युवाओं को 21वीं सदी की जरूरतों के लिए तैयार करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई.
मोदी ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था देश के युवाओं को भविष्य के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. उनकी सरकार शिक्षा को आधुनिक और तकनीक से जोड़ने के लिए लगातार काम कर रही है. उन्होंने मेक एआई वर्क फॉर इंडिया का नारा देते हुए कहा कि भारत को एआई और हर नई तकनीक में दुनिया का सबसे बेहतर देश बनाना है. इसके लिए जरूरी है कि शिक्षा व्यवस्था को 21वीं सदी की मांगों के हिसाब से ढाला जाए.
आरएंडडी पर 1.25 लाख करोड़ खर्च
प्रधानमंत्री ने अनुसंधान और विकास में सरकार के निवेश का जिक्र किया. उन्होंने बताया कि 2013-14 में आरएंडडी पर कुल खर्च केवल 60,000 करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 1.25 लाख करोड़ रुपये हो गया है. यह बढ़ोतरी दर्शाती है कि सरकार विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर और वैश्विक नेता बनाने के लिए गंभीर है. उन्होंने कहा कि भारत के विश्वविद्यालय परिसर अब नवाचार के केंद्र बन रहे हैं, जहां युवा शक्ति नई खोजों को अंजाम दे रही है.
मोदी ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि किसी भी विचार को हकीकत में बदलने के लिए आइडिया से प्रोटोटाइप और फिर प्रोडक्ट तक की यात्रा को जल्द-से-जल्द पूरा करना होगा. उन्होंने टैलेंट, टेम्परामेंट, और टेक्नोलॉजी को भारत के भविष्य को बदलने वाली त्रिमूर्ति बताया. इन तीनों के सहयोग से ही भारत नई ऊंचाइयों को छू सकता है.
उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे न केवल तकनीक का उपयोग करें, बल्कि इसे और बेहतर बनाने में योगदान दें. पीएम ने जोर दिया कि भारत को हर क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व करना है, चाहे वह कृत्रिम बुद्धिमत्ता हो, अंतरिक्ष अनुसंधान हो, या कोई अन्य भविष्य की तकनीक. इसके लिए युवाओं को अपनी प्रतिभा को निखारना होगा और नई चुनौतियों के लिए तैयार रहना होगा.
First Published :
April 29, 2025, 13:20 IST