हिमाचल प्रदेशः 24 घंटे में 100000 श्रद्धालु, नए साल पर आस्था का सैलाब,

2 days ago

शिमला. हिमाचल प्रदेश में शिमला और मनाली में जहां नए साल का जश्न मनाने के लिए सैलानियों की भीड़ नजर आई. वहीं, देवभूमि के मंदिरों में भी नए साल पर श्रद्धालुओं का जमावड़ा देखने को मिला. नए साल की पूर्व संध्या के बाद अगले दिन भी प्रदेश के मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी है. लोगों ने नए साल के आगाज में माता रानी के दर्शन किए और आशीर्वाद लिया. शिमला, बिलासपुर, ऊना, कांगड़ा और हमीरपुर के मंदिरों में लोगों ने नए साल पर मंदिरों में माथा टेका. ऐसे में सूबे के सभी मंदिरों में एक लाख से अधिक श्रद्धालु बीते 24 घंटे में पहुंचे हैं.

जानकारी के अनुसार, नए साल में शिमला के के मंदिर को सजाया गया है और यहां पर  भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी है. जाखू मंदिर को शिमला के जाखू मंदिर को दो क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया गया है. सोमवार से ही मंदिर को सजाने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी. बुधवार सुबह से ही नए साल पर तारा देवी, कालीबाड़ी और जाखू मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. ऐसे में इस सभी मंदिरों दर्शन के लिए सही व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस के जवान भी तैनात कर दिए गए हैं.

इस वर्ष जाखू मंदिर को सजाने के लिए विशेष रूप से पीले और संतरी गेंदे के फूल मंगवाए हैं जो दिल्ली से आए हैं. तारा देवी मंदिर के पुजारी कमलेश ने बताया कि एक जनवरी को मंदिर में विशेष रूप से भंडारे का आयोजन किया जाएगा. इसके अलावा श्रद्धालुओं के लिए विशेष पूजा करवाने का भी प्रावधान रहेगा.  जाखू मंदिर के कपाट के सुबह 4 से शाम 8 बजे तक खुले रहेंगे और  तारा देवी मंदिर के कपाट सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक खुले रहेंगे.

बिलासपुर जिले के नैना देवी मंदिर में पंजाब, हिमाचल, हरियाणा और दिल्ली सहित अन्य प्रदेशों से श्रद्धालु पहुंचे और जयकारों के साथ नव वर्ष बड़ी धूमधाम से मनाया. नव वर्ष के उपलक्ष्य पर श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन के निर्देशानुसार मंदिर के द्वार रात 1.30 बजे खोल दिए गए थे. मंदिर अधिकारी विपिन ठाकुर और डीएसपी विक्रांत मौके पर तैनात थे और सीसीटीवी कैमरों से भी नजरें रखी गई.

हमीरपुर जिले में नववर्ष की पूर्व संध्या पर बाबा बालक नाथ मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. यहां पर नववर्ष के आगमन के लिए मंदिर ट्रस्ट ने मंदिर को 24 घंटे खुला रखा है. नए साल में दर्शन को लेकर देर रात 12 बजे के बाद भी बाबा के भक्त लाइनों में लगे रहे और भजनों पर झूमते रहे.

शिमला का जाखू मंदिर.

गौरतलब है कि सोमवार को पंजाब बंद होने के बावजूद भी अधिक संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे. बाद में मंगलवार देर रात तक लंबी-लंबी कतारें लगी रही. पूरे मंदिर परिसर को बाबा बालक नाथ मंदिर ट्रस्ट ने फूलों से सजाया है. श्रद्धालुओं की ओर से मंदिर में विभिन्न मिठाइयों के स्टाल भी लगाए गए. मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष कार्यकारी एसडीएम बड़सर धर्मपाल नेगी और मंदिर अधिकारी संदीप चंदेल ने कहा कि नववर्ष के आगमन के लिए मंदिर ट्रस्ट ने तैयारी की थी. नववर्ष की पूर्व संध्या पर मंगलवार के दिन भी शाम छह बजे तक लगभग 25 हजार श्रद्धालु पहुंच चुके हैं. उन्होंने कहा कि इनमें से कई श्रद्धालुओं ने दिन में दर्शन किए, जबकि कुछ श्रद्धालु रात 12 बजे के बाद पहुंचे थे.

ज्वालामुखी में भी भक्तों की भीड़

कांगड़ा जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी मंदिर में नववर्ष 2025 के स्वागत के लिए विशेष तैयारियां की गई हैं. मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा और सुविधा के व्यापक इंतजाम किए हैं. मंदिर अधिकारी मनोहर लाल शर्मा ने बताया कि नववर्ष के अवसर पर मंदिर के कपाट प्रातः 5 बजे ही खोल दिए गए हैं और विशेष भोग प्रसाद और आरती के उपरांत गर्भगृह में दर्शन प्रारंभ हो गए हैं. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अतिरिक्त सफाई कर्मियों की तैनाती की गई है, जिससे स्वच्छता व्यवस्था सुचारू बनी रहे. डीएसपी ज्वालामुखी के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की गई है, ताकि सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रहे और श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो. मंदिर को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है, जिससे वातावरण भक्तिमय हो उठा है.

लगातार पहुंच रहे हैं भक्त

श्रद्धालुओं का मानना है कि नववर्ष के प्रथम दिन मां ज्वाला की दिव्य ज्योतियों के दर्शन से पूरे वर्ष घर-परिवार में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहती है, साथ ही कारोबार में भी उन्नति होती है. इसी विश्वास के साथ बड़ी संख्या में भक्तजन यहां पहुंचकर हवन, यज्ञ, पूजन और कन्या पूजन करेंगे, ताकि उनकी मनोकामनाएं पूर्ण हों. मंदिर न्यास सदस्य व मुख्य पुजारी कपिल शर्मा ने कहा कि मंदिर में दिव्य ज्योतियोँ के दर्शन करने के लिए श्रद्धालु आ रहे हैं और पवित्र गुफा के दर्शन किए हैं. मंदिर महंत राजेंद्र गिरी महाराज ने बताया कि सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक भक्तों को नाम दान की शिक्षा दी है.
(रिपोर्टरः राजेद्र शर्मा, अरुण चंदेल, ब्रजेश्वर साकी और जसबीर सिंह के इनपुट के साथ)

Tags: Shimla News Today

FIRST PUBLISHED :

January 1, 2025, 10:50 IST

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