Last Updated:April 05, 2025, 14:28 IST
दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट एयरपोर्ट से पैसेंजर्स के लिए अच्छी खबर आई है. जल्द ही पैसेंजर्स को सिक्योरिटी चेक की चिककिच से निजात मिलने वाली है. एयरपोर्ट पर बॉडी स्कैनर लगाकर इस तरफ अपना पहला कदम बड़ा दिया ह...और पढ़ें

आईजीआई एयरपोर्ट पर शुरू हुआ बॉडी स्कैनर का ट्रॉयल.
हाइलाइट्स
आईजीआई एयरपोर्ट पर लगाए गए नए बॉडी स्कैनर.15 मई से शुरू होने जा रहा है बॉडी स्कैनर्स का ट्रायल.कई मायनों में बेहद खास है आईजीआईए के बॉडी स्कैनर.Delhi IGI Airport: दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (आईजीआई) एयरपोर्ट से हवाई सफर करने वाले पैसेंजर्स की जल्द ही बल्ले-बल्ले होने वाली है. इन पैसेंजर्स को अब एयरपोर्ट पर प्री-इंबार्केशन सिक्योरिटी चेक के लिए लंबी लाइनों में लगने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा. बल्कि, अब चंद सेकेंडों में सुरक्षा जांच की यह प्रक्रिया पूरी होगी.
अनुमान लगाया जा रहा है कि डोमेस्टिक पैसेंजर्स को टर्मिनल के इंट्री गेट से बोर्डिंग गेट तक पहुंचने में जितना समय लगता है, नई व्यवस्था लागू होने के बाद के उस समय में करीब करीब 60 फीसदी तक की कमी हो जाएगी. वहीं इंटरनेशनल पैसेंजर्स पहले से करीब 40 फीसद कम समय में बोर्डिंग गेट पर पहुंच सकेंगे.
टर्मिनल वन और थ्री में लगे बॉडी स्कैनर
दरअसल, दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) मई 2025 से एयरपोर्ट पर फुल-बॉडी स्कैनर की टेस्टिंग शुरू करने जा रहा है. ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (बीसीएएस) के निर्देशों के बाद डायल ने 4 अत्याधुनिक बॉडी स्कैनर खरीदे हैं. इनमें दो बॉडी स्कैनर टर्मिनल वन (T-1) और दो बॉडी स्कैनर टर्मिनल 3 (T-3) पर लगाए गए हैं.
डायल के अनुसार, 15 मई से इन फुल बॉडी स्कैनर की टेस्टिंग का ट्रायल शुरू हो जाएगा. यह ट्रायल अगले तीन से चार महीने तक चलेगा. ट्रायल के दौरान, बीसीएएस की एक कमेटी बॉडी स्कैनर के रिजल्ट्स पर जांच करेगी और इनके इस्तेमाल को लेकर एक स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) तैयार करेगी.
डायल के सीनियर ऑफिसर के अनुसार, ये स्कैनर मिलीमीटर-वेव टेक्नोलॉजी पर आधारित हैं, जो 70 से 80 गीगाहर्ट्ज़ के बीच काम करती है. ये स्कैनर न केवल सुरक्षा को बेहतर बनाते हैं, बल्कि पैसेंजर्स की प्राइवेसी का भी ध्यान रखते हैं. पुराने एक्स-रे स्कैनर के उलट ये रेडिएशन भी नहीं छोड़ते हैं.
पैसेंजर्स की प्राइवेसी का भी रखेंगे पूरा ध्यान
डायल का दावा है कि एयरपोर्ट पर लगाए गए बॉडी स्कैनर गर्भवती महिलाओं और मेडिकल इम्प्लांट करा चुके पैसेंजर्स के लिए भी सुरक्षित हैं. साथ ही, ये बॉडी स्कैनर्स की क्षमता एक पैसेंजर्स की जांच महज तीन सेकेंड में कर सकते हैं. इस तरह, एक घंटे में 1200 पैसेंजर्स का सिक्योरिटी चेक किया जा सकता है.
नतीजतन, एयरपोर्ट पर सुरक्षा जांच के लिए लगने वाली लाइनों को बड़ी आसानी से कम किया जा सकेगा. डायल का यह भी दावा है कि ये बॉडी स्कैनर मेटल और नॉन मेटल दोनों तरह के खतरों को पकड़ सकते हैं. फिलहाल, इन बॉडी स्कैनर्स का इस्तेमाल अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया के बड़े एयरपोर्ट्स पर किया जा रहा है.
पैसेंजर्स की प्राइवेसी के सवाल पर डायल का कहना है कि ये बॉडी स्कैनर एक साधारण 2D इमेज बनाते हैं, जो एक पहले से तय ह्यूमतन इमेज पर दिखाई देती है. कोई भी पर्सनल इमेज स्टोर नहीं की जा सकती है. इनमें 4 टचस्क्रीन मॉनिटर लगे हैं, जो इमेज देखने और पैसेंजर्स को गाइड करने के लिए हैं. ये स्कैनर 3.3 फीट से 6.7 फीट तक की ऊंचाई वाले लोगों को स्कैन कर सकते हैं.
First Published :
April 05, 2025, 14:28 IST