Last Updated:July 22, 2025, 09:07 IST
Railway Station Security News- भारतीय रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए बड़ा कदम उठाने जा रही है. स्टेशनों की सुरक्षा में निजी हाथों को शामिल किया जा रहा है. जिससे आरपीएफ के जवान ...और पढ़ें

हाइलाइट्स
एयरपोर्ट जैसी होगी यहां व्यवस्थालाइन लगवाने और स्कैनिंग मशीन के बाहर निजी गार्डों की हो सकती है तैनातीदो स्टेशनों में पायलट प्रोजेक्टनई दिल्ली. भारतीय रेलवे ने ट्रेनों से तस्करी रोकने और सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त बनाने के लिए बड़ा फैसला लेने जा रही है. रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था निजी हाथों में देने की तैयारी है. मंत्रालय के अनुसार ट्रायल के रूप में दो स्टेशनों पर यह व्यवस्था लागू की जा रही है अगर यह सफल रहा तो देश के अन्य प्रमुख स्टेशनों व्यवस्था लागू की जाएगी.
रेलवे मंत्रालय के अनुसार रेलवे पहले भी कई सुविधाओं को आउटसोर्स कर चुका है. इसमें हाउस कीपिंग, कैटरिंग से लेकर कई तरह की सुविधाएं हैं, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें. इसका लाभ भी देखने को मिल रहा है. रेलवे स्टेशन पहले से ज्यादा साफ सुथरे हो रहे हैं.
इसी तरह का प्रयोग सुरक्षा व्यवस्था को लेकर किया जा रहा है. एयरपोर्ट जैसी सुरक्षा व्यवस्था की जाने की तैयारी है. जिस तरह एयरपोर्ट पर स्कैनर में सामान को प्रॉपर तरीके से डालने के लिए निजी सुरक्षा गार्ड तैनात होता है लेकिन स्कैनिंग मशीन में जांचने के लिए सीआईएसएफ का जवान तैनात होता है. इसी तरह रेलवे स्टेशन परिसरों के बाहर और स्कैनिंग मशीनों में सामान को प्रॉपर डालने के लिए आउट सोर्स किया जा रहा है.
यह होगा इसका फायदा
रेल मंत्रालय ट्रेनों से तस्करी रोकने के लिए लगातार कदम उठा रहा है. इसमें मानव और ड्रग्स की तस्करी है. हाल ही में मुंबई में 36 करोड़ की तस्करी पकड़ी गयी थी. इसी तरह लगातार आरपीएफ तस्करी रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. इसमें लगाम लगाने में मदद मिलेगी. निजी गार्डों की सुरक्षा में तैनाती से आरपीएफ के जवानों की उन जगहों पर तैनाती की जाएगी, जहां सबसे ज्यादा जरूरत है. निजी गार्डों की तैनाती ट्रेनों में लाइन लगाने और अन्य बाहरी कामों के लिए किया जाएगा.
दो स्टेशनों पर पायलट प्रोजेक्ट
भारतीय रेलवे के अनुसार अभी दो स्टेशनों सुरक्षा आउटसोर्स की जा रही है. इसमें चंडीगढ़ और दूसरा गोमतीनगर लखनऊ स्टेशन शामिल हैं. इनके परिणाम आने के बाद दूसरे स्टेशनों पर विचार किया जाएगा.
इन स्टेशनों में सुरक्षा व्यवस्था हो सकती है आउटसोर्स
रेल मंत्रालय के अनुसार पायलट प्रोजेक्ट के रिजल्ट आने के बाद देश के ऐसे स्टेशनों पर यह व्यवस्था लागू की जा सकती है, जहां पर रोजाना चलने वाले यात्रियों और ट्रेनों की संख्या अधिक है. इसमें दिल्ली, मुंबई, पटना, सूरत, अहमदाबाद, लखनऊ, भोपाल, बेंगलुरू, चेन्नई, प्रयागराज, कानपुर शामिल हो सकते हैं.
Location :
New Delhi,Delhi