Last Updated:March 12, 2025, 18:24 IST
IRCTC Train Ticket Booking: राज्यसभा में रेल मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा के दौरान, AAP के सदस्य अशोक कुमार मित्तल ने IRCTC के जरिए ट्रेन टिकट बुकिंग को IIT के एग्जाम से भी मुश्किल बताया.

संसद में रेल मंत्रालय के कामकाज पर चली बहस.
हाइलाइट्स
IRCTC से टिकट बुकिंग NASA वैज्ञानिक को भी मुश्किल लगी.AAP सांसद ने राज्यसभा में IRCTC की आलोचना की.'रेलवे की वेटिंग लिस्ट राजधानी एक्सप्रेस से भी लंबी होती है'.नई दिल्ली: IRCTC से ट्रेन टिकट बुक करना कितना मुश्किल है, यह तो आम यात्री ही नहीं, एक NASA वैज्ञानिक तक को समझ आ गया. राज्यसभा में आम आदमी पार्टी (AAP) सांसद अशोक कुमार मित्तल ने IRCTC की ऑनलाइन टिकट बुकिंग प्रक्रिया को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि IRCTC से टिकट बुक करने से आसान IIT का एंट्रेंस एग्जाम पास करना है.
“रॉकेट लॉन्च करना आसान, टिकट बुक करना मुश्किल”
मित्तल ने संसद में एक किस्सा साझा किया. उन्होंने बताया कि एक NASA वैज्ञानिक ने IRCTC की वेबसाइट से टिकट बुक करने की कोशिश की थी. वैज्ञानिक ने कहा, “अगर मुझे एक रॉकेट लॉन्च करना हो, तो बस एक कमांड देनी पड़ती है. लेकिन रेलवे टिकट बुक करने के लिए चार कैप्चा, दो OTP और पीएचडी करने जितना धैर्य चाहिए.“
मित्तल ने कहा, “मंत्री जी खुद IIT से हैं. अगर वह IRCTC से टिकट बुक करने बैठें, तो उन्हें IIT की परीक्षा आसान लगेगी. वह IAS भी रहे हैं. IAS पास होने के चांस ज्यादा होते हैं, लेकिन रेलवे की वेटिंग टिकट कंफर्म होने के चांस कम.” उन्होंने IRCTC की वेबसाइट को लेकर भी तंज कसा. कहा, “IRCTC का सर्वर इतना नाजुक है कि वह सेंसेक्स से भी ज्यादा बार क्रैश करता है.” राज्यसभा में यह मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि रेलवे की वेटिंग लिस्ट राजधानी एक्सप्रेस से भी लंबी होती है.
रेलवे किराया और सुविधाओं पर सवाल
मित्तल ने रेलवे किराए और सुविधाओं को लेकर भी सरकार की आलोचना की. उन्होंने पूछा कि जब टिकट कंफर्म होने की संभावना इतनी कम है, तो यात्रियों से पूरा पैसा क्यों लिया जाता है? उन्होंने हाल ही में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि इस मामले में अब तक किसी की जिम्मेदारी तय नहीं की गई है.
गरीबों के लिए रेल सुविधाएं नदारद?
समाजवादी पार्टी (SP) के सांसद रामजी लाल सुमन ने कहा कि कोरोना के दौरान बंद की गईं कई ट्रेनें अभी तक शुरू नहीं हुई हैं. उन्होंने रेलवे पर गरीबों की अनदेखी का आरोप लगाया. कहा, “रेलवे अमीरों के लिए नई-नई सुविधाएं दे रहा है, लेकिन गरीबों की जरूरतों को अनदेखा कर रहा है.”
बिहार के महाकुंभ में रेलवे की उपलब्धि
जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद संजय झा ने महाकुंभ के दौरान रेलवे के अच्छे काम की सराहना की. उन्होंने कहा, “बिहार के मिथिला क्षेत्र से एक करोड़ लोग महाकुंभ में गए थे. रेलवे ने इस दौरान बेहतरीन काम किया.” झा ने यह भी कहा कि एक पूर्व रेल मंत्री को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने बुलाया था, जबकि उन पर ‘लैंड फॉर जॉब’ घोटाले का मुकदमा चल रहा है. वे जमानत पर हैं.
“ट्रेनें तेज नहीं, धीमी हो रही हैं”
कांग्रेस सांसद सैयद नासिर हुसैन ने रेलवे की धीमी रफ्तार पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, “2004 के बाद मेल एक्सप्रेस ट्रेनों की औसत स्पीड 51.1 किमी प्रति घंटा, पैसेंजर ट्रेनों की 35.1 किमी प्रति घंटा और मालगाड़ियों की 23 किमी प्रति घंटा हो गई है.” उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेनों की रफ्तार 160-180 किमी प्रति घंटा बताई जाती है, लेकिन वे हकीकत में 60-70 किमी प्रति घंटा ही चल रही हैं.
“रेलवे सिर्फ 5% अमीर यात्रियों पर ध्यान दे रहा”
हुसैन ने सरकार पर आरोप लगाया कि रेलवे 95% आम यात्रियों की बजाय सिर्फ 5% हाई-स्पीड ट्रेनों के यात्रियों पर ध्यान दे रहा है. उन्होंने कहा, “जब भी कोई नई ट्रेन शुरू होती है, प्रधानमंत्री झंडा लेकर पहुंच जाते हैं. लेकिन एक दौर था जब पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने खुद रेल भवन का उद्घाटन करने से इनकार कर दिया था और कहा था कि इसे रेल मंत्री जगजीवन राम ही करें.”
हुसैन ने कहा कि 2017 में बुलेट ट्रेन की घोषणा हुई थी और 2022 तक इसे शुरू करने की बात थी, लेकिन अब तक कुछ भी नहीं हुआ. जब संसद की रेलवे समिति में यह सवाल उठा, तो न रेल मंत्री के पास जवाब था, न रेलवे मंत्रालय के पास. हुसैन ने कहा, “सरकार चीन के ऐप्स पर बैन लगाने की बात करती है, लेकिन वंदे भारत समेत अधिकतर हाई-स्पीड ट्रेनों के व्हील और एक्सल चीन से खरीदे जा रहे हैं.” उन्होंने रेल मंत्री से अनुरोध किया कि कोरोना से पहले जिन वरिष्ठ नागरिकों और पत्रकारों को रेलवे में रियायत दी जाती थी, उसे फिर से बहाल किया जाए.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
March 12, 2025, 18:22 IST