Last Updated:August 19, 2025, 01:35 IST
Mylswamy Annadura: उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए 'इंडिया' गठबंधन से इसरो के पूर्व निदेशक एम अन्नादुरई उम्मीदवार हो सकते हैं. अन्नादुरई तमिलनाडु से हैं और विपक्ष में सहमति बनने पर डीएमके की परेशानी खत्म हो जाएगी.

नई दिल्ली. उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन की तरफ से इसरो के पूर्व निदेशक और वैज्ञानिक एम अन्नादुरई उम्मीदवार हो सकते हैं. सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी. एम अन्नादुरई, तमिलनाडु से ताल्लुक रखते हैं, और अगर विपक्ष में उनके नाम पर सहमति बन जाती है तो डीएमके की सियासी परेशानी खत्म हो जाएगी क्योंकि एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन भी तमिलनाडु के ही रहने वाले हैं. सूत्रों के मुताबिक सीएम एमके स्टालिन ने केंद्र सरकार की तरफ से समर्थन के लिए किए जा रहे प्रयासों को नकार दिया है. मतलब वो ‘इंडिया गठबंधन’ के साथ मजबूती से खड़े हैं.
सूत्रों ने कहा कि विपक्ष नौ सितंबर को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त उम्मीदवार उतार सकता है. उन्होंने कहा कि विपक्ष देश के दूसरे सर्वोच्च संवैधानिक पद के लिए ऐसे गैर-राजनीतिक चेहरे को मैदान में उतारना चाहता है, जिसकी राष्ट्रीय प्रतिष्ठा और कद हो. एम अन्नादुरई के अलावा, वरिष्ठ द्रमुक नेता तिरुचि शिवा का नाम भी चर्चा में है, लेकिन अन्य विपक्षी नेताओं के साथ अभी इस पर चर्चा होनी बाकी है. शिवा ने हालांकि यह कहते हुए इस संबंध में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि इस मामले पर उनका नेतृत्व फैसला लेगा.
दरअसल, विपक्ष की तरफ से तीन नाम चर्चा में है. पहला नाम – इसरो वैज्ञानिक रहे एम अन्नादुरई का है… दूसरा नाम – महाराष्ट्र से है, जबकि तीसरा नाम आंध्र-तेलंगाना से है. फिलहाल ये दोनों नाम जाहिर नहीं किए गए हैं. मंगलवार दोपहर साढ़े 12 बजे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर बैठक होगी, जिसमें इस बात पर अंतिम फैसला होने की उम्मीद है कि आखिर ‘इंडिया’ गठबंधन की ओर उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार कौन होगा.
कौन हैं एम. अन्नादुरई
एम. अन्नादुरई भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक हैं. वे विशेष रूप से चंद्रयान-1 (भारत का पहला चंद्र मिशन, 2008) और मंगलयान/मार्स ऑर्बिटर मिशन (MOM, 2013) के लिए जाने जाते हैं. उन्हें अक्सर ‘Moon Man of India’ कहा जाता है.
अन्नादुरई तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले के छोटे से गांव से आते हैं और साधारण पृष्ठभूमि से होने के बावजूद उन्होंने अंतरिक्ष विज्ञान में बड़ा योगदान दिया. वे इसरो सैटेलाइट सेंरट (ISAC), बेंगलुरु के निदेशक भी रह चुके हैं. उनके नेतृत्व में भारत ने अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता और कम लागत वाले मिशनों के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की.
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
August 18, 2025, 23:22 IST