Trump Against UN Plastic Treaty: रॉयटर्स द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक, अमेरिका ने कुछ देशों को एक पत्र लिखा है जिसमें संयुक्त राष्ट्र के एक वैश्विक समझौते का विरोध करने की बात रखी गई है. बता दें कि ये समझौता प्लास्टिक के उत्पादन और उसमें इस्तेमाल होने वाले केमिकल की मात्रा को सीमित करने के बारे में है जिसपर जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र(United Nations) की बातचीत चल रही है. 100 से भी ज्यादा देश एक साथ मिलकर Plastic Pollution को कम करने के लिए मेहनत कर रहे हैं.
अमेरिका ने क्या भेजा मैसेज?
25 जुलाई को अमेरिका ने कुछ देशों को एक संदेश भेजा. इसमें अमेरिका ने इस बातचीत में अपनी शर्तें रखीं जिससे वह उन 100 से ज्यादा देशों के खिलाफ हो गए जो प्लास्टिक को लेकर कड़े नियम चाहते थे. ये बातचीत Geneva में चल रही थी. उम्मीद लगाई जा रही थी कि एक ऐसी मजबूत संधि बनेगी जो प्लास्टिक बनाने से लेकर उसे खत्म करने तक पूरे लाइफ साइकिल को कंट्रोल करेगी लेकिन अब ऐसा होने की उम्मीद कम ही है.
क्या है पूरा मामला?
कुछ तेल उत्पादक देश (जो पेट्रोलियम, कोयला और गैस से प्लास्टिक बनाते हैं), यूरोपीय संघ और छोटे-छोटे द्वीपीय देशों के बीच मतभेद है. यूरोपीय संघ और द्वीपीय देश चाहते हैं कि प्लास्टिक और खतरनाक केमिकल बनाने की मात्रा पर रोक लगे लेकिन तेल उत्पादक देश इसका लगातार विरोध कर रहे हैं. अमेरिकी प्रतिनिधिंडल ने देशों को ज्ञापन भेजकर साफ किया कि वह प्लास्टिक प्रदूषण कम करने वाली संधि पर सहमत नहीं होगा.
ज्ञापन में क्या कहा गया?
रॉयटर्स के अनुसार अमेरिका ने नोट में लिखा है कि, हम प्लास्टिक उत्पादन कम करने, प्लास्टिक के उत्पाद में इस्तेमाल होने वाले केमिकल पर रोक लगाने जैसे फैसलों का समर्थन नहीं करेंगे. अगर ऐसा किया जाता है तो रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक की चीजों की कीमतें बढ़ जाएगी. इस नोट में उन देशों के नाम नहीं बताए गए हैं जिन्हें ये भेजा गया है क्योंकि ये मामला बहुत ही संवेदनशील है.
नैरोबी की बैठक में क्या हुआ?
अमेरिका ने अपने नोट में कहा, 30 जून से 2 जुलाई तक नैरोबी में हुई बैठक के बाद हमें ऐसा नहीं लगता कि प्लास्टिक की सप्लाई, उत्पादन और इसमें इस्तेमाल होने वाले किसी भी केमिकल को लेकर कोई भी समझौता पॉसिबल हो पाएगा. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने बताया, हर देश को अपने हिसाब से कदम उठाने चाहिए. आगे उन्होंने कहा कि, कुछ देश प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा सकते हैं जबकि दूसरे देश इसकी रिसाइकलिंग पर ध्यान दे सकते हैं.
कितना बढ़ जाएगा प्लास्टिक उत्पादन?
अमेरिका में ट्रंप प्रशासन ने जलवायु और पर्यावरण नीतियों को वापस लेने के लिए कई उपाय किए हैं, जिनके बार में उनका कहना है कि इससे उद्योग पर बहुत अधिक बोझ पड़ेगा. OECD के मुताबिक, अगर इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया तो 2060 तक प्लास्टिक का उत्पादन 3 गुना तक बढ़ जाएगा. नतीजतन, समुद्र का जलस्तर बढ़ेगा और लोगों की हेल्थ को भी नुकसान पहुंचेगा.
FAQ
1- अमेरिका किस समझौते का विरोध कर रहा है?
Ans: प्लास्टिक उत्पादन और केमिकल पर रोक लगाने वाले समझौते का.
2- अमेरिका ने इसका विरोध क्यों किया है?
Ans: उनका मानना है कि इससे प्लास्टिक उत्पादों की कीमतें बढ़ जाएंगी.
3- भविष्य में प्लास्टिक का उत्पादन कितना बढ़ सकता है?
Ans: अगर इसे रोका नहीं गया तो 2060 तक ये 3 गुना बढ़ जाएगा.