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Last Updated:August 08, 2025, 10:25 IST
Trump Tariffs LIVE: डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वॉर से पूरी दुनिया में उथल-पुथल मची हुई है. भारत पर भी कुल मिलाकर 50 फीसद तक टैरिफ लगाने का ऐलान किया जा चुका है. इंडियन प्रोडक्ट्स पर 25 फीसद टैरिफ लागू भी हो चुका ...और पढ़ें

डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वॉर से पूरी दुनिया में उथल-पुथल मची हुई है. (फोटो: एपी)
Trump Tariffs LIVE: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ वॉर छेड़कर दुनिया की मौजूदा व्यवस्था में भूचाल ला दिया है. ट्रंप ने उसी व्यवस्था की नींव हिला रहे हैं, जिसका निर्माता अमेरिका खुद है. भारत और चीन समेत कई देशों पर अतिरिक्त टैरिफ लगाकर उसकी इकोनोमी को हिलाने का प्रयास किया गया है. ट्रंप के इस कदम के चलते भारत, चीन, ब्राजील, रूस जैसे देश करीब आने लगे हैं. तकरीबन सात साल के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजिंग की यात्रा पर जा रहे हैं. वहीं, ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा ने पीएम मोदी से इस मसले पर बात की है. अजित डोभाल इस वक्त मॉस्को में हैं.स्वाभाविक तौर पर ट्रंप टैरिफ का मुद्दा एजेंडे में टॉप पर रहा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 अगस्त 2025 को स्पष्ट शब्दों में कह दिया कि भारत अपने किसानों के हितों के खिलाफ बिल्कुल नहीं जाएगा. भारत पर 50 फीसद तक टैरिफ लगाने पर चीन का रिएक्शन भी सामने आया है. भारत में चीनी राजदूत शू फेइहोंग ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना की है. शू ने X पर एक पोस्ट में टैरिफ को अन्य देशों को दबाने का हथियार बताया. उन्होंने लिखा, ‘दबंग को एक इंच दो, वह एक मील ले लेगा.’ चीनी राजदूत ने X पर आगे लिखा, ‘अन्य देशों को दबाने के लिए टैरिफ का उपयोग करना यूएन चार्टर का उल्लंघन करता है, WTO नियमों को कमजोर करता है और यह न तो लोकप्रिय है और न ही टिकाऊ.’
रूस से किसने कितना खरीदा तेल
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने भी ट्रंप की आलोचना की और उनके कदम को टैरिफ का दुरुपयोग बताया. गुओ जियाकुन ने कहा, ‘टैरिफ के दुरुपयोग के खिलाफ चीन का विरोध स्पष्ट और सुसंगत है.’ जून 2025 के लिए सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CERA) के डेटा के अनुसार, चीन ने रूस के कच्चे तेल के निर्यात का 47 प्रतिशत खरीदा, इसके बाद भारत ने 38 प्रतिशत, यूरोपीय संघ ने 6 प्रतिशत और तुर्की ने 6 प्रतिशत खरीदा. CERA एक स्वतंत्र अनुसंधान संगठन है जो फिनलैंड में पंजीकृत है. जबकि चीन और तुर्की रूस से काफी मात्रा में तेल खरीदते हैं, उनमें से किसी ने भी रूसी तेल या तेल उत्पादों से जुड़े अतिरिक्त अमेरिकी टैरिफ का सामना नहीं किया है.
Trump Tariffs LIVE: अमेरिकी टैरिफ की नई चिंताओं के बीच लाल निशान में भारतीय शेयर बाजार
Trump Tariffs LIVE: अमेरिकी टैरिफ की नई चिंताओं के बीच शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में खुला. शुरुआती कारोबार में आईटी और फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में बिकवाली देखी गई. सुबह करीब 9.38 बजे, सेंसेक्स 272.30 अंक या 0.34 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,350.96 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 75.60 अंक या 0.31 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,520.55 पर था. विश्लेषकों के अनुसार, बाजार तकनीकी और बुनियादी तौर पर कमजोर बना हुआ है. निफ्टी का लगातार निचला स्तर तकनीकी रूप से एक कमजोर संकेत है. बुनियादी दृष्टिकोण से वित्त वर्ष 26 के लिए आय में अभी तक कोई तेज वृद्धि के संकेत नहीं हैं.
Trump Tariffs LIVE: ट्रंप टैरिफ का भारत पर क्या असर
Trump Tariffs LIVE: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को भारत पर 25 फीसदी के सामान्य आयात शुल्क के ऊपर जुर्माने के तौर पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने का एलान कर दिया था. 25 फीसद का टैरिफ प्रभावी हो चुका है. 25 फीसदी अतरिक्त टैरिफ 27 अगस्त से लागू होगा. इस फैसले से भारत से अमेरिका निर्यात किए जाने वाले अधिकतर उत्पादों का वहां महंगा होना तय है. माना जा रहा है कि इससे भारतीय निर्यातकों को झटका लग सकता है, क्योंकि अमेरिका भारतीय उत्पादों का बड़ा खरीदार है. टैरिफ बढ़ने से अमेरिकी नागरिक भारतीय उत्पादों की जगह दूसरे देशों से कम टैरिफ दर पर आने वाले सामान को तरजीह दे सकते हैं.
Trump Tariffs LIVE: डोनाल्ड ट्रंप का एक और प्रहार
Trump Tariffs LIVE: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घरेलू उत्पादन को मजबूत करने के लिए सभी आयातित सेमीकंडक्टर और चिप्स पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की योजना की घोषणा की है. ओवल ऑफिस में एप्पल के सीईओ टिम कुक के साथ एक बैठक के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘अमेरिका में आने वाले सभी चिप्स और सेमीकंडक्टर पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा, लेकिन अगर आपने (अमेरिका में) निर्माण करने की प्रतिबद्धता जताई है, या अगर आप (अमेरिका में) निर्माण की प्रक्रिया में हैं, जैसा कि कई कंपनियां कर रही हैं तो कोई टैरिफ नहीं लगेगा.’ अगर ट्रंप अपनी टैरिफ की धमकी पर अमल करते हैं तो एप्पल, एनवीडिया और ताइवान सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी (TSMC) जैसी कंपनियां, जिन्होंने अमेरिकी निवेश में महत्वपूर्ण निवेश का वादा किया है, इस छूट से लाभान्वित हो सकती हैं. इस उपाय का मकसद अंतरराष्ट्रीय तकनीकी कंपनियों को संयुक्त राज्य अमेरिका में विनिर्माण कार्यों को स्थापित करने या विस्तार करने के लिए प्रेरित करना है और इस तरह विदेशी आपूर्ति श्रृंखलाओं पर निर्भरता कम करना है.
Trump Tariffs LIVE: ट्रंप-पुतिन की बैठक के लिए रूस और अमेरिका सहमत
Trump Tariffs LIVE: अगले कुछ दिनों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बैठक को लेकर सहमति बन गई है. यह जानकारी रूसी राष्ट्रपति के सलाहकार यूरी उशाकोव ने दी है. उशाकोव ने बताया कि ट्रंप और पुतिन की यह बैठक अमेरिकी पक्ष के सुझाव पर होगी. दोनों देशों के अधिकारी इसकी तैयारी में जुटे हैं. उशाकोव ने कहा, ‘अमेरिकी पक्ष के सुझाव पर आने वाले दिनों में उच्चतम स्तर पर द्विपक्षीय बैठक आयोजित करने के लिए सैद्धांतिक रूप से सहमति बनी है.’ उन्होंने बताया कि अगले सप्ताह को ट्रंप और पुतिन के बीच बैठक के लिए एक संभावित समय-सीमा के रूप में चुना गया है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
August 08, 2025, 08:29 IST