शर्म अल शेख में वैसे तो गाजा समिट हो रही थी लेकिन बोलने का मौका मिला तो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ डोनाल्ड ट्रंप की जय-जयकार में जुट गए. हाथों के इशारे और ट्रंप की तरफ घूम-घूमकर शरीफ ने कहा कि ये जेंटलमैन न होते तो कौन जाने भारत और पाकिस्तान का युद्ध कहां जाकर रुकता. कौन बचता पता नहीं. क्योंकि भारत और पाकिस्तान दोनों के पास परमाणु बम की ताकत है. जब शरीफ तारीफ में कसीदे पढ़ रहे थे, दाहिनी तरफ चिपककर खड़े ट्रंप उन्हें एक टक देख रहे थे. शायद शहबाज के बोल भीतर ही उन्हें गुदगुदा रहे थे. यही वजह है कि शहबाज की स्पीच पूरी होते ही ट्रंप ने कहा- काम खत्म, चलो घर चलें.
‘Let’s go home, there’s nothing more I have to say’
Trump is all praised out after Sharif’s speech
How rare is that? https://t.co/Zo8ahsSvmC pic.twitter.com/CviMIbkSlX
— RT (@RT_com) October 13, 2025
एक तरह से ट्रंप ने मजाकिया लहजे में ये बात कही. फिर पीछे मुड़कर शहबाज शरीफ को देखकर बोले- यह बहुत अच्छा था. बहुत अच्छे से बताया आपने. धन्यवाद. ट्रंप के चेहरे की भाव-भंगिमा बता रही थी कि वह भीतर से कितने खुश हैं.