सिंधु, अटारी के बाद एक और स्ट्राइक, 1971 वाला फॉर्मूला, दुश्मन की तबाही तय!

8 hours ago

Last Updated:April 29, 2025, 12:24 IST

India-Pakistan Tension: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 हिंदू पर्यटकों के नरसंहार के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कदम उठाए हैं, जिसमें एयर स्पेस बंद करने पर विचार शा...और पढ़ें

सिंधु, अटारी के बाद एक और स्ट्राइक, 1971 वाला फॉर्मूला, दुश्मन की तबाही तय!

भारत पाकिस्तान को एक और बड़ा झटका देने की तैयारी में है.

हाइलाइट्स

भारत-पाकिस्तान तनाव बढ़ा, युद्ध जैसे हालात.भारत ने सिंधु जल संधि स्थगित करने पर विचार किया.भारत पाकिस्तानी विमानों के लिए एयर स्पेस बंद करेगा.

India-Pakistan Tension: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 हिंदू पर्यटकों के नरसंहार के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए हैं. भारत ने हर कीमत पर इस हमले के गुनहगारों और साजिशकर्ताओं को सजा देने की बात कही है. इसके लिए भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े कदम उठाए हैं. इसमें सिंधु जल संधि को स्थगित करने, अटारी बॉर्डर बंद करने, देश से पाकिस्तानी नागरिकों को निकालने जैसे कदम हैं. इसके साथ ही सरकार एक और बड़ा कदम उठाने जा रही है.

दरअसल, भारत की ओर से अब तक उठाए गए कदमों के जवाब में पाकिस्तान ने भारतीय विमान कंपनियों के लिए अपना एयर स्पेस बंद कर दिया था. अब भारत भी उसके इस कदम का जवाब देने की तैयारी कर ली है. भारत अब पाकिस्तान के विमानों के लिए अपना एयर स्पेस बंद करने की संभावना पर गंभीरता से विचार कर रहा है. इकोनॉमिक टाइम्स अखबार की एक रिपोर्ट के मुताबिक अगर भारत ऐसा कदम उठाता है तो पाकिस्तानी विमान कंपनियों को दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के लिए चीन और श्रीलंका के हवाई क्षेत्र से जाना पड़ेगा, जो उसके लिए बहुत महंगा पड़ेगा. इसके साथ ही भारत हिंद महासागर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में अपने बंदरगाहों पर पाकिस्तानी जहाजों के डेरा डालने पर रोक लगाने पर विचार कर रहा है.

1971 वाला फॉर्मूला
ज्ञात हो कि 1971 के युद्ध में भारत ने पाकिस्तानी विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था. इस कारण पाकिस्तान के लिए बांग्लादेश पहुंचना बहुत मुश्किल भरा हो गया. भारत के इस रणनीतिक फैसले का युद्ध पर गहरा असर पड़ा और बांग्लादेश में पाकिस्तानी सेना की बुरी हार हुई.

इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइन्स पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस यानी पीआईए भारतीय एयरस्पेस का इस्तेमाल कर मलेशिया के क्वालालंपुर, सिंगापुर और थाईलैंड जैसे डेस्टिनेशन के लिए उड़ान संचालित करती है. इस बैन के बाद इस एयरलाइन्स को अब लंबी दूरी तय करनी पड़ेगी. इससे पहले 30 जून 2020 को यूरोपीयन एयर सेफ्टी एजेंसी ने पीआईए को यूरोप में उड़ान संचालित करने पर प्रतिबंधित कर दिया था. हालांकि 29 नवंबर 2024 को यह बैन हटा लिया गया था. लेकिन, इस कारण पीआईए को भारी नुकसान उठाना पड़ा था.

भारत की ओर से उठाए जा रहे इन कदमों से पाकिस्तान को भारी नुकसान होने की संभावना है. पहले ही उसकी अर्थव्यवस्था बुरे दौर से गुजर रही है. वह कर्ज के पैसे से अपना दैनिक खर्च चला रहा है. उसकी सरकारी एयरलाइंस की आर्थिक सेहत भी बहुत खराब है.

First Published :

April 29, 2025, 12:24 IST

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