Last Updated:January 14, 2025, 15:00 IST
Solapur Shivayogi Yatra: सोलापुर में श्री शिवयोगी सिद्धरामेश्वर महाराज की यात्रा शुरू हुई. इस परंपरागत यात्रा में सात नंदी ध्वजों का जुलूस निकाला गया, जिसे मुस्लिम भाइयों ने फूलों से स्वागत किया.
सोलापुर: महाराष्ट्र के सोलापुर के ग्राम देवता श्री शिवयोगी सिद्धरामेश्वर महाराज की यात्रा आज से शुरू हो गई है. इस यात्रा में विभिन्न भक्त और तीर्थयात्री भाग लेते हैं. यात्रा के पहले दिन की शुरुआत तेल अभिषेक से होती है, जो वर्षों पुरानी परंपरा का हिस्सा है. इस अवसर पर सोलापुर के मुस्लिम समुदाय ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और यात्रा का स्वागत सात नंदीध्वजों के साथ किया.
सोलापुर में मुस्लिम भाइयों का स्वागत
बता दें कि सोलापुर के मुस्लिम भाइयों ने इस यात्रा का स्वागत फूलों से किया, जो एकता और भाईचारे का प्रतीक था. मुस्लिम समुदाय के सदस्य मतीन बागवान ने इस यात्रा के संदर्भ में छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में भी जानकारी दी. यात्रा के दौरान, विभिन्न परंपराओं का पालन किया गया, जिसमें तेल अभिषेक और नंदीध्वजों की पूजा शामिल थी.
सिद्धरामेश्वर महाराज की सुरक्षा और परंपराएं
सिद्धरामेश्वर महाराज ने सोलापुर की सुरक्षा को लेकर विशेष ध्यान दिया है. उन्होंने शहर के चारों कोनों पर 68 लिंग स्थापित किए हैं, जहां यात्रा के दौरान तेल अभिषेक किया जाता है. इस धार्मिक आयोजन में सभी मंकारी और सिद्धरामेश्वर के भक्त भगवा वस्त्र पहनते हैं.
यात्रा का आयोजन और धार्मिक उत्सव
यात्रा के दौरान, हिरेहब्बू वाद्य संगीत के साथ मनाच्या के पास मल्लिकार्जुन मंदिर में पूजा की गई. इसके बाद पालकी और नंदीध्वजों की आरती की गई और सिद्धराम का जयघोष किया गया. मुस्लिम ब्रिगेड द्वारा नंदीध्वज मीरवानुक के दौरान फूलों की वर्षा की गई, जिससे पूरे वातावरण में एकता और भाईचारे की भावना प्रकट हुई.
सोलापुर में भारी भीड़ का दृश्य
यात्रा में सोलापुर ही नहीं, बल्कि कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और अन्य राज्यों से भी हजारों-लाखों भक्त शामिल हुए. इस दौरान भारी भीड़ देखी गई, जो धार्मिक एकता और सामूहिकता को दर्शाता है. इस आयोजन ने “एकात्मचे दर्शन घडावले” के नारे को और भी सशक्त बना दिया, जो समाज में एकता और भाईचारे का संदेश देता है.
First Published :
January 14, 2025, 15:00 IST