स्कूल में खबरें पढ़ने के लिए 15 टिप्स, कॉन्फिडेंस देख लोग समझेंगे TV रिपोर्टर

6 hours ago

Last Updated:July 11, 2025, 12:49 IST

School Assembly News: ज्यादातर स्कूलों में सुबह असेंबली में बच्चों से टॉप खबरों की हेडलाइन पढ़ने के लिए कहा जाता है. इस एक्टिविटी से उनकी पर्सनालिटी बेहतर तरीके से डेवलप होती है.

स्कूल में खबरें पढ़ने के लिए 15 टिप्स, कॉन्फिडेंस देख लोग समझेंगे TV रिपोर्टर

School Assembly News: स्कूल असेंबली में कॉन्फिडेंट होकर प्रेजेंटेशन दें

हाइलाइट्स

ज्यादातर स्कूलों में असेंबली में हेडलाइंस पढ़ी जाती हैं.हर दिन 1 बच्चे को मंच पर टॉप हेडलाइंस पढ़ने की ड्यूटी मिलती है.कॉन्फिडेंस बढ़ाने के लिए आई कॉन्टैक्ट जरूर बनाकर रखें.

नई दिल्ली (School Assembly News). बीते कुछ सालों में जमाना बहुत तेजी से बदला है. इसका असर स्कूल एजुकेशन पर भी देखा जा रहा है. अब स्कूलों में थ्योरी से ज्यादा प्रैक्टिकल एजुकेशन पर फोकस किया जाने लगा है. इसके साथ ही बच्चों को कई तरह की स्किल डेवलपमेंट एक्टिविटीज में भी व्यस्त रखा जाता है. इसी के तहत देशभर के ज्यादातर स्कूलों में मॉर्निंग असेंबली में न्यूज़ रीडिंग/ टॉप हेडलाइंस रीडिंग के लिए भी समय रिजर्व किया जाने लगा है.

मॉर्निंग असेंबली में पूरे स्कूल के सामने हेडलाइंस पढ़ने से बच्चों का कॉन्फिडेंस बढ़ता है. उनकी पर्सनालिटी बेहतर तरीके से डेवलप होती है और पब्लिक प्लेटफॉर्म पर अपने व्यूज़ एक्सप्रेस करने में उनकी झिझक भी खत्म होती है. हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि हर बच्चा एक सा नहीं होता है. कोई बच्चा मॉर्निंग असेंबली में हेडलाइन पढ़ने में सहज महसूस करता होगा तो हो सकता है कि दूसरा न करे. इसलिए बच्चों को एकदम से मंच पर खड़ा कर देने से पहले उन्हें ट्रेनिंग जरूर दें.

स्कूल असेंबली में कॉन्फिडेंस बढ़ाने के लिए क्या करें?

स्पीच का कॉन्टेंट समझने और याद करने में बच्चे की मदद करें. अगर यह पहले से तैयार स्क्रिप्ट है तो इसे छोटे-छोटे हिस्सों में बांटकर प्रैक्टिस करवाएं. बच्चे के साथ जोर-जोर से पढ़ने और समझने की प्रैक्टिस करें. इससे वह शब्दों और उनके अर्थ से परिचित हो जाएगा. उसे शीशे के सामने या परिवार के सामने बोलने की प्रैक्टिस करवाएं. इससे कॉन्फिडेंस बढ़ेगा. उसकी आवाज़ की स्पष्टता, स्पीड और लहजे पर ध्यान दें. अगर वह नर्वस है तो उसे गहरी सांस लेने और पॉजिटिव थिंकिंग की टेक्नीक्स सिखाएं.

स्कूल असेंबली में बॉडी लैंग्वेज कैसी हो?

स्कूल असेंबली में इफेक्टिव प्रेजेंटेशन के लिए बॉडी लैंग्वेज पर ध्यान दें. बच्चे को सीधा खड़े होने और आई कॉन्टैक्ट बनाने की सलाह दें. प्रैक्टिस करने के लिए घर पर मॉक असेंबली का आयोजन कर सकते हैं. परिजन दर्शक बनकर तालियां बजा सकते हैं. टाइम मैनेजमेंट के लिए टाइमर का इस्तेमाल करें. इससे बच्चा निर्धारित समय में अपनी बात पूरी कर सकेगा. उसे मोटिवेट करें कि वह इस मोमेंट को एंजॉय करते हुए अपनी यूनीक शैली में ही बोले. इससे उसका कॉन्फिडेंस बढ़ेगा और वह असेंबली में छा भी जाएगा.

बच्चे स्कूल असेंबली की तैयारी कैसे करें?

प्रैक्टिस करें: अपनी स्पीच को छोटे हिस्सों में बांटकर शीशे के सामने या दोस्तों के साथ प्रैक्टिस करें. साफ बोलें: धीरे और स्पष्ट बोलें. इससे सुनने वाले को हर शब्द समझ में आएगा. गहरी सांस लें: नर्वस होने पर गहरी सांस लेकर शांत रहें और पॉजिटिव सोचें. बॉडी लैंग्वेज: सीधे खड़े हों, आई कॉन्टैक्ट बनाएं और मुस्कुराते रहें. एंजॉय करें: अपनी बात को कॉन्फिडेंस और एक्साइटमेंट के साथ प्रेजेंट करें, जैसे कहानी सुना रहे हों.

पेरेंट्स भी कर सकते हैं बच्चों की मदद

मोटिवेट करें: बच्चे की छोटी उपलब्धियों की तारीफ करें और गलतियों पर धैर्य रखें. मॉक प्रैक्टिस: घर पर असेंबली का माहौल बनाएं, जहां बच्चा बोलकर प्रैक्टिस कर सके. स्ट्रेस कम करें: बच्चा नर्वस हो तो गहरी सांस लेने या पानी पीने की सलाह दें. सकारात्मक माहौल: बच्चे को डर के बजाय प्लेटफॉर्म को एक मजेदार अवसर के रूप में देखने के लिए प्रेरित करें. कॉन्टेंट समझाएं: बच्चे से एक बार बोलने की फाइनल प्रैक्टिस जरूर करवाएं. अगर वह किसी शब्द को सही से न बोल पा रहा हो तो उसे समझाएं या शब्द रिप्लेस कर दें.

टीचर्स बच्चों की तैयारी कैसे करवाएं?

स्पष्ट गाइडलाइंस: बच्चे को स्पीच की लंबाई, टोन और समय के बारे में स्पष्ट निर्देश दें. प्रैक्टिस सेशन: क्लास में छोटे ग्रुप्स में प्रैक्टिस करवाएं. इससे कॉन्फिडेंस बिल्ड अप होगा. क्रिएटिव फीडबैक: बच्चे की प्रेजेंटेशन स्किल पर पॉजिटिव और करेक्टिव सुझाव दें. रोल मॉडल बनें: खुद स्पष्ट और कॉन्फिडेंस के साथ बोलकर एग्जाम्पल सेट करें. विशेष ध्यान: शर्मीले बच्चों को ज्यादा मोटिवेट करें और पर्सनल गाइडेंस दें.

इन टिप्स से बच्चे कॉन्फिडेंस के साथ मॉर्निंग असेंबली में न्यूज़ हेडलाइंस पढ़ पाएंगे या प्रेजेंटेशन दे पाएंगे.

Deepali Porwal

Having an experience of 9 years, she loves to write on anything and everything related to lifestyle, entertainment and career. Currently, she is covering wide topics related to Education & Career but she also h...और पढ़ें

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