Last Updated:July 11, 2025, 16:36 IST
Ropeway News-प्रयागराज जाकर संगम में स्नान करने वालों के लिए अच्छी खबर है. जल्द ही उन्हें शहर के जाम में फंसने की जरूरत नहीं पड़ेगी. सुविधाजनक ढंग से रोपवे में सवार होकर संगम किनारे पहुंच सकेंगे और स्नान क...और पढ़ें

केवल सात मिनट में पहुंच सकेंगे संगम.
हाइलाइट्स
15 अगस्त के आसपास शुरू होगा रोपवे का निर्माणदो साल में काम पूरा होगाशंकर विमान मंडपम से त्रिवेणी पुष्प, संगम तक चलेगानई दिल्ली. प्रयागराज रहने वाले लोगों और वहां पहुंचने वाले पर्यटकों की एक बड़ी समस्या ट्रांसपोर्ट और जाम की है. लास्ट प्वाइंट तक कनेक्ट करने के लिए प्रॉपर ट्रांसपोर्ट के साधन नहीं हैं, वहीं, बेतरतीब ट्रैफिक की वजह से जगह-जगह पर लगने वाले जाम से लोगों का समय बर्बाद होता है. इसी को ध्यान रखते हुए केन्दीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शहर के लोगों को जाम से बचाने के लिए खास रोपवे का खास प्लान बनाया है. खास बात यह है कि इस प्रोजेक्ट पर अगले माह 15 अगस्त के आसपास काम शुरू होने जा रहा है और दो साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इस तरह साल2027 अगस्त में यह तैयार हो जाएगा और श्रद्धालु सफर कर सकेंगे.
देशभर के तमाम शहरों में अरबन रोपवे का निर्माण किया जा रहा है. यह काम नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) की कंपनी नेशनल हाईवे लाजिस्टिक मैनेजमेंट (एनएचएलएमएल) कर रही है. पहला अरबन रोपवे वाराणसी में तैयार हो चुका है. इसके अलावा 6 स्थानों पर निर्माण का काम जमीनी स्तर पर शुरू हो चुका है. रोपवे निर्माण का अगला काम प्रयागराज में 15 अगस्त के आसपास शुरू होने जा रहा है.
2.2 किमी. लंबा होगा प्रयागराज रोपवे
प्रयागराज में रोपवे शंकर विमान मंडपम से त्रिवेणी पुष्प, संगम तक चलेगा. इसमें केवल दो स्टेशन शंकर विमान मंडपम और त्रिवेणी पुष्प ही होंगे. इस तरह 2.2 किमी. लंबे रोपवे में बीच में कोई स्टेशन नहीं होगा. कुल तीन टावर होंगे. अभी लोगों को इस दूरी को तय करने में करीब 30 मिनट का समय लग जाता है, लेकिन रोपवे शुरू होने के बाद केवल 7 मिनट में पहुंचा जा सकेगा. रोपवे की क्षमता रोजाना 8 हजार श्रद्धालु की है. आंकड़ों के अनुसार 5 करोड़ श्रद्धालु हर वर्ष संगम आते हैं. इनमें काफी संख्या में लोगों को आने जाने में राहत मिल जाएगी.
यहां हो चुका है काम शुरू
जिन शहरों में रोपवे निर्माण का काम शुरू हो चुका है, उनमें उज्जैन महाकाल, हरियाणा में ढोसी हिल, हिमाचल प्रदेश में बिजली महादेव और शंकराचार्य मंदिर श्रीनगर शामिल है. वाराणसी रोपवे तैयार हो चुका है. जल्द ही यह आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा.
Location :
Allahabad,Uttar Pradesh