2,200 KM की रेंज और 2,000 KMPH की रफ़्तार, भारत को मिलेगा सबसे खतरनाक फाइटर

3 weeks ago

Last Updated:February 14, 2025, 17:01 IST

F-35 बेहद ही उन्नत फाइटर जेट है, एडवांस एवियोनिक्स, हथियार, राडार, स्टेल्थ तकनीक इसे बेजोड़ बनाते हैं. अमेरिका ने भारत को F-35 देने पर सहमति जताई है, औपचारिक हस्ताक्षर भी जल्द होने की उम्मीद है. F-35 के आने से भ...और पढ़ें

2,200 KM की रेंज और 2,000 KMPH की रफ़्तार, भारत को मिलेगा सबसे खतरनाक फाइटर

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत को F-35 लाइटनिंग-II, पांचवीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर जेट बेचने का औपचारिक प्रस्ताव रखा. यह घोषणा भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी को नई ऊँचाई देने वाली है, लेकिन यह प्रक्रिया अभी शुरुआती दौर में है. राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “इस साल से, हम भारत को सैन्य बिक्री में कई बिलियन डॉलर का इजाफा करेंगे, और हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि भारत को F-35, स्टील्थ फाइटर विमान दिया जा सके”.

F-35 के आने से भारतीय वायुसेना की ताकत में भारी इजाफा होगा, और गिरती हुई स्क्वॉर्डन संख्या में भी ठहराव आएगा. लेकिन सवाल यह है कि इस डील पर कब तक हस्ताक्षर किए जाएंगे और कब औपचारिक इंडक्शन होगा. भारत को फाइटर जेट की बहुत ज़रूरत है, और उसमें भी पांचवीं पीढ़ी के स्टेल्थ-फाइटर की सबसे ज्यादा है, क्योंकि पड़ोसी देश चीन ने भारतीय सीमा पर पहले ही अपने पांचवीं पीढ़ी के फाइटर J-20 तैनात कर दिए हैं, वहीं छठी पीढ़ी का फाइटर जेट J-36 भी बना लिया है. दूसरी ओर भारत अपने स्वदेशी पांचवीं पीढ़ी के फाइटर AMCA पर अभी भी काम कर रहा है, जिसकी 2040 से पहले वायुसेना में शामिल होने की कोई संभावना नज़र नहीं आ रही है.

भारत के पास 42 स्क्वाड्रन होनी चाहिए, लेकिन फिलहाल केवल 31 स्क्वाड्रन ही एक्टिव हैं. ऐसे में भारतीय वायुसेना के गिरते स्क्वाड्रन संख्या को कैसे रोका जाए, इसके लिए विदेशी प्लेयर पर ध्यान केंद्रित करना एक अच्छा विकल्प है. दो नीतियां समानांतर चलनी चाहिए—AMCA का विकास और विदेश से फाइटर जेट की खरीद, तभी जाकर भारत अपने फाइटर जेट की संख्या बढ़ा पाएगा. हाल ही में हुए AERO INDIA 2025 में भी रूसी SU-57 और अमेरिकी F-35, दोनों पांचवीं पीढ़ी के फाइटर विमानों को उड़ान भरते हुए देखा गया था. वर्तमान में भारतीय वायुसेना 265 SU-30 MKI और हाल ही में खरीदे गए 36 राफेल (दो स्क्वाड्रन) पर ही निर्भर है जो कि एक 4.5 जनरेशन फाइटर जेट है.

अमेरिका भारत को F-35 लाइटनिंग-II क्यों बेचना चाहता है?
अमेरिका जानता है कि भारत को अपनी वायुसेना के लिए किसी भी हालत में पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट की आवश्यकता है, उसे यह भी पता है कि फाइटर जेट के मामले में भारतीय वायुसेना कठिन दौर से गुजर रही है. न तो तेजस फाइटर समय पर डिलीवर हो रहे हैं, न ही कोई अन्य फाइटर जेट खरीदा जा रहा है और AMCA प्रोजेक्ट भी समय से बहुत पीछे है; इसे वायुसेना में शामिल करने में लगभग 20 साल लगेंगे, यह अभी केवल कागजों तक सीमित है. ऐसे में भारत को फाइटर जेट के लिए रूस, फ्रांस या फिर अमेरिका की ओर बढ़ेगा, जो उसके लिए भी फायदे का सौदा है, क्योंकि फाइटर जेट के साथ उससे जुड़े लॉजिस्टिक्स, मेंटेनेंस और हथियार भी बेचे जाएंगे. इस संदर्भ में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से F-35 बेचने पर सहमति जताना दोनों देशों के लिए फायदे का सौदा है. भारतीय वायुसेना AMCA प्रोजेक्ट के चक्कर में 20 साल बिना किसी नए डिलीवरी प्लेटफार्म के नहीं गुजार सकती, फाइटर जेट आज और अभी की आवश्यकता है.

किन देशों के पास हैं F-35 फाइटर?
F-35 को अमेरिका की लॉकहीड मार्टिन कंपनी बनाती है, बेहद ही उन्नत फाइटर जेट है, एडवांस एवियोनिक्स, हथियार, राडार, स्टेल्थ तकनीक इसे बेजोड़ बनाते हैं. अमेरिका को छोड़कर पूरी दुनिया में 19 देशों में 1,110 से ज्यादा F-35 लाइटनिंग-II की डिलीवरी की जा चुकी है. इन देशों में यूके, इटली, कनाडा, निथरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क, नॉर्वे, इजराइल, जापान, दक्षिण कोरिया, बेल्जियम, पोलैंड, सिंगापुर, फ़िनलैंड, जर्मनी, स्विट्ज़रलैंड, ग्रीस, रोमानिया और चेक-रिपब्लिक शामिल हैं.

क्या है F-35 की खूबी?
F-35 एक एयर डोमिनेंट फाइटर है, जो पूरे विश्व में सबसे उन्नत विमान है. ये फाइटर अपने आप में एक फाॅर्स मल्टीप्लायर है. इस जेट में पायलट किसी अन्य विमान की तुलना में ज्यादा सुरक्षित रहता है. दुनिया के किसी भी फाइटर कई गुना आगे है. पूरी दुनिया में F-35 के 48 हवाई बेस हैं. फाइटर जेट में उन्नत इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमताएं दुश्मनो का पता लगाने और ट्रैक करने, राडार को जाम करने और हमलों का जवाब देने की क्षमता प्रदान करती हैं. F-35 की रेंज 2,200 किमी है, रफ़्तार लगभग 2,000 किमी प्रति घंटा है और ये 8 टन तक के हथियार लेकर दुश्मन पर कहर बरपा सकता है

IAF की फाइटर जेट ताकत
भारतीय वायुसेना दुनिया की चौथी सबसे ताकतवर वायुसेना है, जिसके पास अभी 616 फाइटर जेट हैं, इनमे शामिल हैं – Jaguar M/S: 130 / MiG-21: 36 / MiG-29: 65 / Mirage 2000H/I: 44 / Rafale DH/EH: 36 / Su-30: 265 और Tejas: 40

Location :

Delhi Cantonment,New Delhi,Delhi

First Published :

February 14, 2025, 17:01 IST

homeknowledge

2,200 KM की रेंज और 2,000 KMPH की रफ़्तार, भारत को मिलेगा सबसे खतरनाक फाइटर

Read Full Article at Source