India is second-biggest market for OpenAI: OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने बुधवार को कहा कि भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और OpenAI के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत अपने फुल स्टैक मॉडल के साथ, AI क्रांति में अग्रणी देशों में शामिल होना चाहिए. आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ एक "फायर्साइड चैट" के दौरान, ऑल्टमैन ने खुलासा किया कि पिछले एक साल में OpenAI ने भारत में अपने उपयोगकर्ताओं की संख्या तीन गुना बढ़ा ली है. उन्होंने भारत की AI क्षेत्र में प्रगति की सराहना करते हुए कहा कि देश चिप्स, मॉडल्स और अद्भुत AI एप्लिकेशन के क्षेत्र में जबरदस्त काम कर रहा है.
ऑल्टमैन ने भारत के आईटीमंत्री से की मुलाकात
ऑल्टमैन दुनिया भर की यात्रा पर हैं और मंगलवार देर रात भारत पहुंचे. बुधवार को उन्होंने आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ-साथ देश के कई स्टार्ट-अप और वेंचर कैपिटल फंड से मुलाकात की. उनके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलने की उम्मीद है.
भारत दूसरा सबसे बड़ा बाजार
ऑल्टमैन ने OpenAI द्वारा आयोजित एक चर्चा के दौरान कहा कि भारत सामान्य रूप से AI और विशेष रूप से OpenAI के लिए एक अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण बाजार है. यह हमारा दूसरा सबसे बड़ा बाजार है, पिछले साल यहां हमारे उपयोगकर्ताओं की संख्या तीन गुनी हो गई है. वैष्णव भी इस चर्चा में मौजूद थे, और उन्होंने AI के लिए भारत के तीन-आयामी दृष्टिकोण के बारे में बात की, जहां देश चिप्स डिजाइन करने, आधारभूत मॉडल बनाने और AI अनुप्रयोगों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है.
डीपसीक ने मचाया तहलका
ऑल्टमैन की यात्रा दिलचस्प समय पर हो रही है, जब ओपनएआई के एआई क्षेत्र में प्रभुत्व को अचानक चीनी कंपनी डीपसीक ने पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया है. डीपसीक अपने कम लागत वाले एआई मॉडल आर1 के साथ सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है, जिसे 60 लाख अमेरिकी डॉलर से भी कम लागत में बनाया गया है और चैटजीपीटी जैसे लोकप्रिय मॉडलों की तुलना में इसकी ‘कंप्यूटिंग पावर’ बहुत कम है. डीपसीक, चैटजीपीटी को पीछे छोड़ते हुए ऐपल के ऐप स्टोर पर शीर्ष रैंक वाला मुफ्त ऐप भी बन गया है. डीपसीक के मॉडल ने पूरी दुनिया को आईना दिखा रहा है. ओपनएआई के मॉडल बनाने में किए गए भारी निवेश के विपरीत अत्याधुनिक आधारभूत मॉडल सस्ती लागत पर बनाए जा सकते हैं. ऑल्टमैन आखिरी बार जून 2023 में भारत आए थे और उनके नवीनतम विश्व दौरे को कई लोग डीपसीक की उपलब्धि के प्रभाव का मुकाबला करने की जल्दबाजी के रूप में देख रहे हैं.