Last Updated:July 10, 2025, 10:22 IST
Delhi Metro News- भूकंप के दौरान भारतीय रेलवे की ट्रेनें नहीं रुकती हैं लेकिन दिल्ली मेट्रो की ट्रेन रोक दी जाती हैं. आखिर इसकी वजह क्या है, ट्रेनों को क्यों रोकना पड़ता है. आपको नहीं पता है, आइए जानते हैं-

दिल्ली मेट्रो को भूकंप के दौरान रोका गया.
हाइलाइट्स
दाे से तीन मिनट के लिए रोकी गयी है मेट्रोमेट्रो के ट्रैक पिलर और टनल पर ज्यादाट्रेन के ट्रैक पर ज्यादातर जमीन परनई दिल्ली. दिल्ली एनसीआर में सुबह-सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. लोग आफिसों और घरों से बाहर निकल आए. इसका केन्द्र बिंदु हरियाणा का झज्जर रहा है. इस दौरान दिल्ली मेट्रो को रोक दिया गया. लेकिन कभी आपने सोचा है कि जब भारतीय रेलवे भूकंप ट्रेनें नहीं रोकता है तो डीएमआरसी को मेट्रो क्यों रोकना पड़ता है. आइए जानें
एक्सपर्ट के अनुसार भारतीय रेलवे की ट्रेनें भारी होती हैं और अपेक्षाकृत धीमी स्पीड से चलती हैं और ज्यादातर जगह इनका ट्रैक जमीन पर स्थिर होता है, जो भूकंप के हल्के झटकों को सहन कर सकता है. इसी वजह से ट्रेनों को नहीं रोका जाता है. मेट्रो में सफर करने वाले यात्री अरशद के अनुसार वो भूकंप के समय दो से तीन मिनट के लिए मेट्रो तो रोकी गयी थी लेकिन ट्रेन में भूकंप के झटके महसूस नहीं हुए.
इसलिए मेट्रो को रोकना पड़ता है
वहीं, मेट्रो ट्रेनें हल्की होती हैं और अक्सर ऊंचे खंभों या अंडर ग्राउंड टनल में तेज गति से चलती हैं. इनकी स्पीड भी तेज होती है. इस वजह से भूकंप के झटकों से इनका इंफ्रास्ट्रक्चर प्रभावित हो सकता है, इसकी को ध्यान में रखते हुए मेट्रो को भूकंप के दौरान रोकना जरूरी हो जाता है.
आटोमैटिक सिक्योरिटी सिस्टम
मेट्रो सिस्टम में अत्याधुनिक भूकंप सेंसर (सिस्मिक सेंसर) लगे होते हैं, जो हल्के झटकों का भी पता लगाते हैं. झटके लगते ही ये सेंसर तुरंत ट्रेनों को रोकने का संकेत देते हैं. सामान्य ट्रेनों में ऐसी आटोमैटिक सिस्टम आमतौर पर नहीं होती है. यही वजह है कि इन ट्रेनों को मैन्युअल कंट्रोल किया जाता है.
अधिक यात्री होते हैं मेट्रो में
मेट्रो शहरों में चलती है, जहां पर ट्रेनों में खूब यात्री होते हैं. भूकंप के दौरान मेट्रो स्टेशन या ट्रेन में अफरा-तफरी मचने का खतरा रहता है. इस वजह से मेट्रो को तुरंत रोका जाता है. वहीं दूसरी ओर सामान्य ट्रेनें अक्सर कम भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में चलती हैं और भूकंप के हल्के झटकों में रोकने की जरूरत नहीं होती है.
इंफ्रास्ट्रक्चर सेंसिटिव
मेट्रो का बुनियादी इंफ्रास्टचर (जैसे पिलर, सुरंगें, और स्टेशन) भूकंप में अधिक संवेदनशील होते हैं. भूकंप के झटके इन इंफ्रास्ट्रचर को प्रभावित कर सकते हैं. जबकि सामान्य ट्रैके पर जमीन पर बिछी होती हैं, जो अपेक्षाकृत स्थिर रहती हैं.
कंट्रोल और मैनेजमेंट भी वजह
मेट्रो का ऑपरेशन सेंटर कंट्रोल रूम से होता है, जो भूकंप की स्थिति में तुरंत निर्णय ले सकता है. रेलवे का ऑपरेशन ऐसा नहीं होता है और भूकंप के दौरान ट्रेन को रोकने का निर्णय स्थानीय स्तर पर लिया जाता है, जो समय लग सकता है.
Location :
New Delhi,Delhi