Last Updated:January 18, 2025, 19:27 IST
Tejaswi Yadav: बिहार में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. इसे देखते हुए प्रमुख विपक्षी पार्टी RJD (राष्ट्रीय जनता दल) ने अभी से अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. RJD राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बड़े फैसले लिए गए हैं.
RJD राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लालू प्रसाद यादव के साथ राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव.
हाइलाइट्स
बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए RJD ने लिया बड़ा फैसलाआरजेडी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जुटे पार्टी के तमाम दिग्गजजगदानंद सिंह और उनके सांसद बेटे सुधाकर सिंह मीटिंग से नदारदपटना. बिहार में विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी राजनीतिक दल सक्रिय हो गए हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रगति यात्रा पर निकले हुए हैं. वह लगातार लोगों से मिलकर उनसे सीधे संवाद कर रहे हैं. सीएम नीतीश के इस कदम को जनता की नब्ज टटोलने का तरीका भी बताया जा रहा है. दूसरी तरफ, प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने बड़ा फैसला लिया है. RJD की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ऐसा फैसला लिया गया है, जिससे तेजस्वी यादव का कद एक झटके में पिता और पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के जितना हो गया. पार्टी ने उनको वे सभी अधिकार दे दिए जो अभी तक लालू यदव के पास ही था. इससे पार्टी पर तेजस्वी यादव की पकड़ और मजबूत होगी.
तेजस्वी यादव के बड़े भाई तेज प्रताप यादव की ओर से भी RJD पर दावा ठोका जाता रहा है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से ठीक एक दिन पहले 17 जनवरी 2025 को दोनों भाइयों के बीच पावर को लेकर टसल एक बार फिर से देखा गया था. कार्यकारिणी की बैठक के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि RJD में तेजस्वी यादव की ही चलेगी, तेज प्रताप का कोई अहम रोल नहीं होगा. इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव औपचारिक तौर पर वे सभी फैसले ले सकेंगे जो अभी तक अकेले लालू यादव लिया करते थे. बता दें कि लालू यादव 76 साल के हो चुके हैं, ऐसे में चुनावी साल में प्रतिदिन का फैसला लेना उनके लिए उतना आसान नहीं होगा. इसे देखते ही RJD की मसाल तेजस्वी यादव को सौंप दी गई है.
तेजस्वी यादव को मिले 3 बड़े अधिकार
तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर लगातार किसी न किसी बहाने जनता से सीधा संवाद कर रहे हैं. इस मौके पर वह पार्टी नेताओं और सहयोगी दलों को भी स्पष्ट तौर पर संकेत दे चुके हैं. शुक्रवार को RJD की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई. इसमें पार्टी के तमाम दिग्गज जुटे. इस दौरान RJD के राष्ट्रीय महासचिव आलोक मेहता की ओर से पार्टी संविधान में संशोधन को लेकर प्रस्ताव पेश किया गया. संशोधन प्रस्ताव को बिना किसी विरोध के पास कर दिया गया. अब तेजस्वी यादव को RJD के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के समकक्ष अधिकार मिल गए हैं. लालू प्रसाद यादव के साथ ही तेजस्वी यादव को भी अब चुनाव के दौरान पार्टी का सिंबल, नाम और कार्यक्रम तय करने का अधिकार मिल गया है.
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से दिग्गज नेता नदारद
पटना में RJD की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई. पार्टी संविधान में अहम संशोधन किए गए और तेजस्वी को कई अधिकार मिल गए. इसके साथ ही RJD के लिए एक टेंशन वाली बात भी हुई. दरअसल, पार्टी की राष्ट्रीय स्तर की इस बैठक में RJD के बिहार अध्यक्ष जगदानंद सिंह शामिल नहीं हुए. जगदानंद सिंह के साथ ही उनके सांसद बेटे सुधाकर सिंह भी बैठक से गायब रहे. अब इसको लेकर राजनीतिक कयासबाजियों का दौर शुरू हो गया है.
First Published :
January 18, 2025, 19:25 IST