Last Updated:July 24, 2025, 02:11 IST
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद अब नए नामों की तलाश तेज हो गई है. इस बीच जेडीयू कोटे से केंद्रीय मंत्री रामनाथ ठाकुर की जेपी नड्डा से मुलाकात ने सियासी हलचल बढ़ा दी है. कर्पूरी ठाकुर के बेटे रामनाथ, ...और पढ़ें

हाइलाइट्स
रामनाथ ठाकुर ने जेपी नड्डा से मुलाकात कर बढ़ाई सियासी अटकलेंकर्पूरी ठाकुर के बेटे और सामाजिक न्याय के प्रतीक हैं रामनाथबिहार चुनाव से पहले एनडीए को एकजुट रखने की हो सकती है रणनीतिजगदीप धनखड़ के अचानक उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद अब देश के अगले उपराष्ट्रपति को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है. जहां कई बड़े नामों पर चर्चा चल रही थी, वहीं अब इस दौड़ में एक चौंकाने वाला नाम और जुड़ गया है, केंद्रीय मंत्री और जेडीयू कोटे से राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर. बुधवार शाम ठाकुर ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की, जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा शुरू हो गई कि वे भी उपराष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल हो गए हैं. यह मुलाकात ऐसे वक्त हुई है जब बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं. हालांकि, बीजेपी सूत्रों का कहना है कि यह मुलाकात बिहार एसआईआर के मुद्दे पर हुई है.
रामनाथ ठाकुर कौन हैं?
रामनाथ ठाकुर बिहार के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के बेटे हैं. वे राज्य की राजनीति में एक सम्मानित और अनुभवी चेहरा माने जाते हैं. उनका राजनीतिक करियर वर्ष 2005 में शुरू हुआ जब वे नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में गन्ना मंत्री बनाए गए। बाद में वे 2005 से 2010 तक बिहार सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे.
रामनाथ ठाकुर जेडीयू कोटे से राज्यसभा सांसद हैं और वर्तमान में केंद्र की मोदी सरकार में कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री के रूप में कार्यरत हैं. उनके पिता कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया है, जिससे उनकी पारिवारिक विरासत को भी सम्मान मिला है.
क्यों महत्वपूर्ण है रामनाथ ठाकुर का नाम?
क्या जेडीयू के साथ का दांव
बीजेपी इस समय लोकसभा में पूर्ण बहुमत में नहीं है और जेडीयू जैसे सहयोगी दलों का समर्थन केंद्र में सरकार के लिए अहम है. यही वजह है कि उपराष्ट्रपति जैसे महत्वपूर्ण पद को जेडीयू कोटे से किसी नेता को दिया जाना रणनीतिक तौर पर फायदे का सौदा हो सकता है. पूर्व में नीतीश कुमार के नाम की भी चर्चा हो रही थी, लेकिन राजनीतिक समीकरणों को देखते हुए अब ऐसा माना जा रहा है कि नीतीश कुमार राज्य की राजनीति में ही सक्रिय रहना चाहेंगे. ऐसे में यदि रामनाथ ठाकुर को एनडीए उपराष्ट्रपति बनाता है, तो इसका संदेश चुनाव से पहले स्पष्ट रूप से जाएगा और इसका लाभ बिहार की मौजूदा सरकार को मिल सकता है.
और कौन हैं रेस में?
हालांकि, उपराष्ट्रपति पद को लेकर भाजपा की ओर से आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन कई नामों की चर्चा चल रही है। अब तक नीतीश कुमार, हरिवंश नारायण सिंह, राजनाथ सिंह, और मनोज सिन्हा जैसे नेताओं के नाम सामने आ चुके हैं. लेकिन सूत्रों के मुताबिक सबसे चौंकाने वाले नाम की घोषणा ही बीजेपी की रणनीति रही है और रामनाथ ठाकुर की एंट्री इसी दिशा में एक बड़ा इशारा मानी जा रही है.
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...और पढ़ें
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