Last Updated:August 01, 2025, 11:50 IST
हिमाचल प्रदेश में आपदा के बीच कॉमेडियन आयुष ठाकुर और उनके दोस्त उपदेश ठाकुर ने 2 दिन में 20 लाख रुपये जुटाकर 50 परिवारों को 17 लाख से ज्यादा की मदद दी. सोशल मीडिया का उपयोग किया.

हाइलाइट्स
आयुष ठाकुर ने 2 दिन में 20.52 लाख रुपये जुटाए.50 परिवारों को 17 लाख से ज्यादा की मदद दी.आयुष ने सोशल मीडिया का उपयोग कर फंड रेज किया.मंडी. हिमाचल प्रदेश में आपदा के बीच एक नाम सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है. कॉमेडियन और सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर आयुष ठाकुर की लोग जमकर सराहना कर रहे हैं. हो भी क्यों ना…वे और उनके दोस्त उपदेश आपदा प्रभावितों के बड़े मददगार बनकर सामने आए हैं.
दरअसल, मात्र 24 साल के आयुष ठाकुर युवाओं के प्रेरणास्त्रोत भी बन गए हैं और जो काम बड़े बड़े नेता और लोग नहीं कर पाए, वह उन्होंने कर दिखाया.
30 जून को मंडी जिला के सराज विधानसभा क्षेत्र में आई भीषण आपदा में आयुष ठाकुर ने पॉडकास्ट करने वाले उपदेश ठाकुर और कुछ अन्य दोस्तों के साथ मिलकर आपदा पीड़ितों के लिए 2 दिन के भीतर 20 लाख 52 लाख हजार की राशि जुटाई और अब तक आपदा प्रभावित 50 परिवारों को 17 लाख से ज्यादा की आर्थिक मदद की है. पीड़ितो के खाते में 5 हजार से लेकर 3 लाख रुपये तक की धनराशि जमा की है. इतना ही नहीं जेल रोड़ में 3 लोगों को गंवाने वाले परिवार को गुरवार को 1 लाख रुपये की राशि दी. आयुष ने सोशल मीडिया पर अपील कर मदद की राशि इक्ठ्ठा की है. आयुष और उनके साथियों ने सोशल मीडिया का उपयोग पीड़ितों की मदद के लिए किया. सोशल मीडिया के जरिए फंड रेज किया और आपदा में जिनके घर चले गए, जिन्होंने अपनों को खोया, पशु बह गए, उनकी मदद की.
मदद करना चाहते थे लेकिन कैसे यह नहीं था पता
आयुष ठाकुप ने News 18 को बताया कि जिस दिन सराज में प्राकृतिक आपदा की खबर आई तो उस दिन जंजैहली क्षेत्र के कुछ फॉलोअर्स ने उन्हें इंन्सटाग्राम पर मैसेज कर स्टोरी अपलोड करने के लिए कहा, वो लोग केवल इतना चाह रहे थे कि उनके क्षेत्र के बारे में लोगों को पता चले कि यहां क्या हुआ है, यहां की हालत क्या है. उसके बाद इन लोगों की मदद करने के बारे में सोचा, लेकिन ये पता नहीं था कि मदद कैसे करनी है, क्योंकि इससे पहले कभी इस तरह का काम नहीं किया था और न ही किसी तरह का अनुभव नहीं था. फिर उपदेश से बात की और सोशल मीडिया पर अपील कर फंड रेज किया और दो दिनों के भीतर 20 लाख रुपये से ज्यादा की राशि इक्ठ्ठा हो गई.
पैसे को बांटना मुश्किल काम था
आयुष ठाकुर ने बताया कि इस फंड को वितरित करना काफी मुश्किल था, हम चाहते थे कि पीड़ित व्यक्तियों के खाते में ही मदद की राशि पहुंचनी चाहिए, इसलिए खुद उस क्षेत्र में गए. उस समय सराज के अलग-अलग क्षेत्रों में जाना भी कठिन था, कई सारी चुनौतियां और खतरे थे. कुछ जगहों पर भूस्खलन हो रहा था, पत्थर गिर रहे थे, कहीं गाड़ी फस रही थी, बहुत सी जगहों पर पैदल ही जाना था लेकिन चुनौतियों को पार पाया, सुबह ही पीड़ित परिवारों के पास जाना शुरू कर दिया था. 6 दिनों में प्रभावित परिवारों तक पहुंचे और उनके खाते में मदद की राशि दी. वह बताते हैं कि अब तक 17 लाख 50 परिवारों के खाते में जमा करवा दिए गए हैं. थुनाग, जंजैहली और बगस्याड़ में मदद की, इतनी ही नहीं 29 जुलाई को तड़के मंडी शहर के साथ लगते जेल रोड़ इलाके में आई आपदा में मारे गए मृतकों के परिवार को एक लाख रुपये की मदद की. यहां एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हुई है.
पढ़ाई के बाद बैंक में कर चुके हैं नौकरी
आयुष ने बताया कि अभी कई क्षेत्रों में मदद की जाएगी और फिर से फंड रेज किया जाएगा. आयुष ने मदद करने वाले सभी लोगों का आभार ज्याया है. आयुष को सुकून है कि उनकी सोशल मीडिया की लोकप्रियता कुछ लोगों को काम आई और अब ये कार्य जारी रखेंगे. आयुष पुरानी मंडी के रहने वाले हैं और यहीं पर पले-बढ़े हैं. आशीष ने बीसीए किया है, 9 महीने तक बैंक में नौकरी भी की है. आयुष के पिता आर्कियोलॉजिकल विभाग में कार्यरत हैं, मां गृहणी हैं और बड़ी बहन नागपुर, महाराष्ट्र में नर्सिंग ऑफिसर हैं.
बचपन से ही एक्टर बनना सपना
आशीष ने बताया कि वो बचपन से ही एक्टर बनना चाहते थे. एक्टर बनने के लिए नवीं कक्षा से ही विभिन्न जगहों पर ऑडिशन देना शुरू कर दिया था. बीसीए करने के बाद एक्टर बनने का सपना पूरा करने के लिए मुंबई भी गए. कुछ समय तक वहां पर संघर्ष किया. आयुष ने बताया कि जब उन्होंने मुंबई जाने की ठानी तो उस वक्त हिमाचल से बाहर कभी भी नहीं गए थे, लेकिन अपने सपनों के पीछे दौड़ लगाई और मुंबई पहुंच गए. भले ही कहीं पर कोई काम नहीं मिला, कोई फिल्म नहीं मिली लेकिन मुंबई में बहुत कुछ सिखाया. आयुष कहते हैं कि आज जो भी हैं मुंबई की वजह से ही हैं. आयुष के इंस्टाग्राम पर इस समय में 1 लाख 91 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं.
13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from ...और पढ़ें
13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from ...
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Location :
Mandi,Himachal Pradesh
First Published :
August 01, 2025, 11:50 IST