Neha Singh Rathore: राजनीतिक गीतों के लिए मशहूर भोजपुरी गायिका और यूट्यूबर नेहा सिंह राठौर एक बड़े कानूनी विवाद में फंस गई हैं. पहलगाम आतंकवादी हमलों के मद्देनजर सोशल मीडिया पर कथित ‘आपत्तिजनक’ पोस्ट के बाद नेहा सिंह पर लखनऊ के हजरतगंज थाने में देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है. लखनऊ के गुडंबा के रहने वाले कवि अभय प्रताप सिंह ने नेहा सिंह राठौर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी है. पुलिस अधिकारियों के अनुसार नेहा सिंह राठौर बीएनएस की 11 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. उनके गानों में राजनीतिक कटाक्ष, सामाजिक मुद्दे और जन जागरूकता का पुट रहता है. जिसकी वजह से वह अक्सर सुर्खियों में रहती हैं.
अभय प्रताप सिंह ने नेहा सिंह राठौर पर जो आरोप लगाएं हैं उनमें राष्ट्र विरोधी बयान और सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देना मुख्य है. शिकायत में विशेष रूप से पहलगाम त्रासदी के बारे में उनके पोस्ट की ओर इशारा किया गया है, जिसे ‘भड़काऊ’ और राष्ट्र की एकता के लिए संभावित रूप से हानिकारक माना गया. लोकगायिका के खिलाफ सार्वजनिक शांति को भंग करना और भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालना शामिल है. उन पर सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत भी आरोप लगाए गए हैं.
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FIR में 4 मीडिया पोस्टों का जिक्र
27 अप्रैल की को अभय प्रताप सिंह द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में नेहा सिंह राठौर की चार सोशल मीडिया पोस्ट का उल्लेख किया गया है. तीन पोस्ट नेहा सिंह राठौर के हैं, जिसमें वह मोदी सरकार से सवाल कर रही हैं. चौथा पोस्ट ‘पीटीआई प्रमोशन’ नामक एक एक्स हैंडल का है, जिसमें नेहा का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, ‘इस देशभक्त भारतीय लड़की ने पहलगाम हमले पर मोदी जी को आईना दिखाया, तो पूरा गोदी मीडिया पागल हो गया और इस लड़की को देशद्रोही कहकर जान से मारने की धमकियां देने लगा. इस लड़की ने तो सिर्फ सवाल पूछे हैं, हिम्मत है तो मर्द बनकर उसके सवालों का जवाब दो.’
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क्या कहा पहलगाम हमलों के बारे में?
नेहा सिंह राठौर ने 23 अप्रैल को लिखे अपने एक्स पोस्ट में मोदी सरकार पर जाति और धर्म के आधार पर राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 नागरिकों की मौत हो गई थी, जो खुफिया और सुरक्षा विफलता थी. एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा, “मैं सरकार से क्या सवाल करूं? शिक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दे अब प्रासंगिक नहीं रह गए हैं. राष्ट्रवाद की राजनीति के बावजूद लोग मारे जा रहे हैं और हिंदू-मुस्लिम तनाव अपने चरम पर है.” उन्होंने बीजेपी सरकार पर पुलवामा हमले के नाम पर वोट इकट्ठा करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने चेतावनी दी कि आगामी बिहार चुनावों के दौरान पहलगाम हमले के मामले में भी ऐसा ही होगा. 26 अप्रैल को उन्होंने फिर पोस्ट किया, जिसमें कहा गया, “मैं यह बात बार-बार कहूंगी कि अगर बिहार चुनाव पहलगाम के मुद्दे पर लड़ा गया तो बिहार के अपने मुद्दे किनारे हो जाएंगे.”
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यूट्यूब पर 15 लाख फॉलोअर
नेहा सिंह राठौर एक राजनीतिक व्यंग्यकार और लोक गायिका हैं, वह भोजपुरी में गाने लिखने के लिए जानी जाती हैं. उनका जन्म 1997 में बिहार के जंदाहा में हुआ था. पिछले कुछ सालों में उन्होंने सोशल मीडिया पर एक बड़ी संख्या में फॉलोअर बनाए हैं. यूट्यूब पर उनके 1.45 मिलियन (14 लाख, 50 हजार) से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं. एनडीटीवी के अनुसार , राठौर का संगीत में सफर 2018 में कानपुर विश्वविद्यालय से बीएससी की डिग्री पूरी करने के कुछ समय बाद ही शुरू हो गया था. अपने मोबाइल फोन पर भोजपुरी लोकगीतों की रचना और गायन से शुरुआत करते हुए उन्होंने उन्हें फेसबुक पर अपलोड किया. उनके गाने धीरे-धीरे लोकप्रिय हो गए. वह प्रसिद्ध भोजपुरी कवि भिखारी ठाकुर और महेंद्र मिसिर को अपनी प्रेरणा बताती हैं.
‘बिहार में का बा’ से हुईं फेमस
फेसबुक से शुरू हुआ नेहा सिंह राठौर का सफर 2020 में राठौर ने यूट्यूब तक जा पहुंचा. जहां उन्होंने सामाजिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना शुरू किया. प्रवासी श्रमिकों पर कोविड-19 लॉकडाउन का प्रभाव वाला मुद्दा विशेष रूप से चर्चा में रहा. साल के अंत तक उनके राजनीतिक व्यंग्य ने सबका ध्यान आकर्षित किया. 2021 तक उनके यूट्यूब चैनल ने एक लाख सब्सक्राइबर की संख्या को पार कर लिया था. नेहा सिंह राठौर के गाने जैसे ‘बिहार में का बा’ (2020), ‘यूपी में का बा?’ (2022), ‘यूपी में का बा? सेशन-2’ (2023) और ‘एमपी में का बा?’ (2023) सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बेहद लोकप्रिय हुए. 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान रिलीज हुआ ‘बिहार में का बा’ बिहार के मजदूरों से जुड़े मुद्दों पर केंद्रित था.
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पहले भी मिल चुके हैं पुलिस नोटिस
नेहा सिंह राठौर ने 2022 में पोस्ट किए गए ‘यूपी में का बा?’ में उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना की थी. इसमें उन्होंने कोविड-19 संकट, लखीमपुर खीरी हिंसा और हाथरस सामूहिक बलात्कार मामले जैसी प्रमुख घटनाओं को उठाया था. यहां तक कि उन्हें उनके गाने ‘यूपी में का बा- सीजन 2’ के लिए पुलिस नोटिस भी दिया गया था. इसमें उन्होंने बेदखली अभियान के दौरान कानपुर देहात में मां-बेटी की मौत पर राज्य सरकार की आलोचना की थी. जुलाई 2023 में उन्हें उस समय आलोचनाओं का सामना करना पड़ा जब मध्य प्रदेश में पेशाब की घटना से संबंधित एक कैरिकेचर पोस्ट करने के लिए उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया. इस घटना में नशे में धुत एक व्यक्ति ने एक आदिवासी मजदूर पर पेशाब कर दी थी. इस मामले ने पूरे देश में आक्रोश पैदा कर दिया था. नेहा सिंह राठौर ने राज्य विधानसभा चुनाव के मौसम में ‘एमपी में का बा?’गाना जारी किया जो सफल साबित हुआ.
सरकार से सवाल पूछना धर्म
नेहा सिंह राठौर का मानना है कि एक लोक कलाकार को जनता के पक्ष में रहकर सरकार से सवाल करना चाहिए. यही उसका धर्म है. मैं अपने धर्म के साथ हूं. मैं लोकतंत्र के साथ हूं. उनका कहना है कि मेरा विरोध करने वाले इसे राजनीति कहते हैं? अगर ये राजनीति है तो तानाशाही क्या है फिर? भाजपा देश नहीं है…और प्रधानमंत्री भगवान नहीं है. लोकतंत्र में आलोचना तो होगी और सवाल भी पूछे जाएंगे. 2022 में नेहा सिंह राठौर की शादी यूपी के अंबेडकरनगर के रहने वाले हिमांशु सिंह से हुई.