Last Updated:April 29, 2025, 09:57 IST
एनएचएआई की रोपवे निर्माण कंपनी एनएचएलएमएल के सीईओ प्रकाश गौड़ बताते हैं कि सड़क परिवहन मंत्रालय के निर्देश में केदारनाथ रोपवे के टेंडर के बाद काम भी कंपनी को अवार्ड कर दिया गया है. यानी काम शुरू करने का समय तय ...और पढ़ें

केदारनाथ धाम जाने वाले श्रद्धालुओं को सरकार देने जा रही है बड़ी राहत.
हाइलाइट्स
गौरीकुंड से केदारनाथ तक बनेगा रोपवेकरीब 13 किमी. होगी कुल लंबाईबीच में बनेंगे चार स्टेशनKedarnath ropeway project work start News. केदारनाथ श्रद्धालुओं के लिए राहतभरी खबर हैं, उन्हें खड़ी और ऊंची नीची चढ़ाई चढ़े बगैर केदारनाथधाम के दर्शन हो सकेंगे. वहां पर रोपवे निर्माण का काम शुरू करने की डेट तय हो गयी है, काम शुरू होने के साथ ही पूरा करने का समय भी तय हो जाएगा. इसके बाद कई घंटों का सफर मिनटों का रह जाएगा और दर्शन आसान हो जाएगा.
एनएचएआई की रोपवे निर्माण कंपनी एनएचएलएमएल के सीईओ प्रकाश गौड़ बताते हैं कि सड़क परिवहन मंत्रालय के निर्देश में केदारनाथ रोपवे के टेंडर के बाद काम भी कंपनी को अवार्ड कर दिया गया है. यानी काम शुरू करने का समय तय हो गया है. सामान्य तौर पर काम अवार्ड होने के छह माह के अंदर शुरू हो जाता है. इस तरह इस साल अक्तूबर तक रोपवे निर्माण का काम जमीनी स्तर पर शुरू होना तय है.
पूरा होने का समय
रोपवे का काम पूरा होने में छह साल का समय लग जाएग. दरअसल यहां पर छह माह बर्फबारी रहती है, इसलिए साल में केवल छह काम ही किया जा सकेगा. इस तरह संभावना है कि 2031 तक रोपवे निर्माण का काम पूरा हो जाएगा. इसके बाद केदारनाथ का सफर 5-6 घंटे के बजाए केवल 28 मिनट का रह जाएगा. रोपवे की वजह से हर उम्र के लोग आसानी से केदारनाथ के दर्शन कर सकेंगे.
श्रद्धालुओं को मिलेगा तीसरा विकल्प
मौजूदा समय केदारनाथ जाने का दो विकल्प हैं, पहला पैदल 7-8 घंटे का सफर कर पहुंचा जा सकता है और दूसरा हेलीकॉप्टर सेवा है. हेलीकॉप्टर सेवा महंगी है साथ ही मांग अधिक होने की वजह से असानी से उपलब्ध नहीं होता है. यही वजह से ज्यादातर श्रद्धालु पैदल दुर्गम रास्तों से होते हुए केदारनाथ पहुंचते हैं.
दो नहीं तीन तारों पर चलेगी केबल कार
इस रोपवे में देश में पहली बार विश्व की सबसे सुरक्षित तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. थ्री एस ट्राइ केबल तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. इसमें केबल कार तीन तारों पर चलेगी. यह तकनीक विश्व में कुछ चुनिंदा जगह इस्तेमाल की गयी है, इस तकनीक को सबसे सुरक्षित माना जाता है.
केदारनाथ रोपवे पर एक नजर
कुल लंबाई 12.90 किमी.
गौरीकुंड से शुरू होकर केदारनाथ चलेगा
कुल चार स्टेशन बनेंगे, केदानाथ के अलावा गौरीकुंड, चिरवासा और लिंटोली स्टेशन
सात से नौ घंटे का सफर 28 मिनट मे
Location :
Kedarnath,Rudraprayag,Uttarakhand
First Published :
April 29, 2025, 09:53 IST