नीतीश सरकार की पुलिस ऐसा क्या कर रही जो यूपी इफेक्ट से जोड़कर देख रही आरजेडी?

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Last Updated:January 12, 2025, 15:44 IST

Bihar Encounter News: बिहार में अगर हमारी पुलिस पर अपराधी गोली चलायेंगे तो पुलिस चुप नहीं बैठेगी...ये बयान है बिहार के डीजीपी विनय कुमार का है जो इस बात का साफ इशारा करता है कि बिहार में अपराधियों की खैर नहीं है. पुलिस अब हाथ...और पढ़ें

हाइलाइट्स

बिहार में अपराधियों में खौफ पैदा करने के लिए पुलिसिया एनकाउंटर को मिलने लगा समर्थन. नीतीश सरकार के मंत्री बोले अपराधियों को लगने लगा डर, आरजेडी ने उठा दिया बड़ा सवाल. 

पटना. बिहार में डीजीपी से लेकर ए़डीजी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बदला वैसे ही एक एक करके कई अपराधी पुलिसिया मुठभेड़ में ढेर होने लगे. पुलिस ने तर्क दिया कि अपराधी अपराध करके भाग रहे थे उन्हें चेतावनी दी गई, लेकिन अपराधियों ने जब सरेंडर की जगह फायरिंग की. पुलिसिया कारवाई में उन पर पुलिस को गोली चलानी पड़ी जिससे उनकी मौत हुई. लेकिन, पुलिस की इसी कारवाई को अपराधियों के मन में खौफ पैदा करने के लिए सोची समझी रणनीति बताया जाने लगा है. हालांकि आरजेडी इसे यूपी पुलिस के एनकाउंटर पैटर्न से जोड़कर देख रही है.

बिहार पुलिस के इस नए तेवर की चर्चा चुनावी साल में बिहार की जनता के साथ-साथ बिहार की सियासत में भी खूब हो रही है और इस एक्शन को समर्थन भी मिलने लगा है. बिहार सरकार के कई मंत्रियों ने पुलिस के एनकाउंटर का समर्थन किया है. मंत्री नीरज कुमार बबलू कहते हैं कि अपराधियों के मन में खौफ तो होना ही चाहिए, अगर डर नहीं होगा तो उनका मनोबल बढ़ेगा, जिसका खामियाजा बिहार की जनता को उठाना होगा. रही बात एनकाउंटर की बात तो उसके पीछे ऐसी परिस्थिति होती है जिसकी वजह से पुलिस एनकाउंटर करती है, इसमें कोई ग़लत नहीं है. बिहार की क्या पूरे देश में ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए.

नीतीश सरकार के मंत्री की खरी-खरी
वहीं, बिहार सरकार के मंत्री और जेडीयू नेता रत्नेश सदा कहते हैं कि डीजीपी ने साफ कर दिया है कि अगर अपराधी पुलिस पर गोली चलायेंगे तो पुलिस हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठेगी. इससे तो साफ हो ही जाता है पुलिस अपना काम कर रही है और पिछले कुछ दिनों में जो एनकाउंटर हुए हैं उसके बाद अपराधियों के मन में खौफ तो समाया ही होगा और इसकी जरूरत भी है. जाहिर है नीतीश सरकार के मंत्री अपराधियों में खौफ पैदा करने के पुलिस के इस एक्शन का स्वागत करते हैं और समर्थन भी. दरअसल, उन्हें पता है कि लॉ एंड ऑर्डर के मुद्दे के बहाने अभी तक सत्ताधारी दल आरजेडी को घेरती रही है. लेकिन, अब आरजेडी इसी मुद्दे के बहाने सरकार को घेर रही है.

नीतीश सरकार का  क्राइम कंट्रोल का वादा 
गौरतलब है कि वर्ष 2005 और 2010 में नीतीश कुमार CCC के नाम पर सत्ता में आए थे, जिसमें एक C यानी क्राइम से समझौता नहीं करना भी था. जिसके बाद बिहार में स्पीडी ट्रायल से लेकर एनकाउंटर के सहारे अपराधियों के मंसूबे तोड़े गए थे. फिलहाल पुलिस उसी रास्ते चलती दिख रही है, क्योंकि चुनावी साल है. वहीं, सरकार के मंत्री एनकाउंटर को सही ठहराने की कोशिश इशारों में करते दिख रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ आरजेडी ने सरकार पर लॉ एंड ऑर्डर को लेकर निशाना साध रखा है. तेजस्वी यादव लगातार अपराध का बुलेटिन जारी कर सरकार पर निशाना साध रहे हैं.

नीतीश सरकार से आरजेडी का सवाल  
आरजेडी प्रवक्ता एज्जा यादव कहती हैं कि बिहार में नीतीश जी ने जो एनकाउंटर की शुरुआत की है ये नीतीश जी की सोच है या पड़ोसी राज्य में जो बाबा (यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ) बैठे हुए हैं, उनकी सोच को बिहार में उतार रहे हैं. लेकिन, नीतीश जी से आग्रह है अपराधियों के एनकाउंटर में पीक एंड चूज ना करे, ये नहीं कि अपराधियों में भेदभाव कर एनकाउंटर किया जाए और नालंदा के अपराधियों को छोड़ दिया जाए और खास लोगों का ही एनकाउंटर किया जाए.

चुनावी साल में क्राइम कंट्रोल होगा मुद्दा!
बहरहाल, चुनावी साल है और हर सरकार की कोशिश होती है कि विकास कार्य के साथ साथ लॉ एंड ऑर्डर को लेकर एक अच्छा मैसेज जनता के बीच ले जाए ताकि इसका फायदा चुनाव में मिल सके. इसके प्रयास में नीतीश सरकार लग गई है और विरोधी सवाल उठाने में. ऐसे में जनता को तय करना है कि वो आने वाले विधानसभा चुनाव में किसे सही मानती है.

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