Last Updated:August 15, 2025, 08:09 IST
PM Modi Speech: आज पूरा देश 79वें स्वतंत्रता दिवस का उत्सव मना रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर लगातार 12वीं बार लाल किले की प्राचीर से ध्वजारोहण किया. प्रधानमंत्री ने देश को संबोधित किया. इस अवसर प...और पढ़ें

PM Modi Speech From Lal Qila: आज जब पूरा देश 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से देश को संबोधित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले से लगातार 12वीं बार देश को संबोधित कर रहे हैं. इस अवसर पर देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए देश के महान सेनानियों को याद किया. इस अवसर पर उन्होंने संविधान के लिए आहुति देने वाले पहले स्वतंत्रता सेनानी श्यामा प्रकाश मुखर्जी को याद किया. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को याद किया. उन्होंने देश के वीर जवानों धन्यवाद दिया. चलिए जानते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम संबोधन में क्या–क्या कहा?
भारत के हर कोने से चाहे रेगिस्तान हो या हिमालयी को चोटी हर तरफ एक ही गूंज है, एक ही जयकारा है कि हमारी प्राण से भी प्यारी मातृभूमि का जयगान है. 1947 में अनंत संभावनाओं के साथ, कोटि-कोटि भुजाओं के सामर्थ्य के साथ हमारा देश आजाद हुआ. देश की आकांक्षाएं उड़ानें भर रही थीं, लेकिन चुनौतियां कहीं ज्यादा थीं. संविधान सभा के सदस्यों ने एक अहम दायित्व निभाया. भारत का संविधान 75 वर्ष से हमें मार्ग दिखा रहा है. भारत के संविधान निर्माता अनेक विद्द महापुरुष डॉ. राजेंद्र प्रसाद, बाबा साहेब आंबेडकर, पंडित नेहरू, वल्लभ भाई पटेल, राधाकृष्णनन और नारी शक्ति का योगदान कम नहीं था. आज किले की प्राचीर से देश का मार्गदर्शन करने वाले देश को दिशा देने वाले संविधान निर्माताओं को नमन करता हूं.
आज मुझे लाल किले की प्राचीर से ऑपरेशन सिंदूर के वीर जांबाजों को सैल्यूट करने का अवसर मिला है. हमारे सैनिकों ने दुश्मनों को उनकी कल्पना से परे सजा दी है. 22 अप्रैल को पहलगाम में सीमा पार से आतंकियों ने जिस प्रकार का कत्ले आम किया. धर्म पूछकर लोगों को मारा. पूरा हिंदुस्तान आक्रोश से भरा हुआ था. पूरा विश्व इस संहार से चौंक गया था. हमारी सेना ने वो करके दिखाया, जो कई दशकों तक भुलाया नहीं जा सकता. सैकड़ों किमी दुश्मन की धरती में घुसकर आतंकियों को नेस्तनाबूद किया. पाकिस्तान की नींद अभी उड़ी है. पाकिस्तान में हुई तबाही इतनी बड़ी है कि रोज नए खुलासे हो रहे हैं.
हमने न्यू नॉर्मल स्थापित किया है। आतंक और आतंकियों को पालने पोसने वालों को अब हम अलग-अलग नहीं मानते। वे मानवता के समान दुश्मन हैं। अब भारत ने तय कर लिया है कि परमाणु धमकियों को हम नहीं सहेंगे। परमाणु ब्लैकमेल अब नहीं सहा जाएगा। आगे भी अगर दुश्मनों ने कोशिश जारी रखी तो हमारी सेना तय करेगी कि सेना की शर्तों पर सेना जो लक्ष्य तय करे उसे हम अमल में लाएंगे। भारत ने तय कर लिया है कि खून और पानी एक साथ नहीं बहेगा.
देशवासियों को पता चला है कि सिंधु का समझौता कितना एकतरफा है. भारत का पानी दुश्मनों की धरती को सींच रहा है. मेरे देश की धरती प्यासी है. पिछले कई दशक से इस समझौते ने देश के किसानों का नुकसान किया. भारत से निकलती नदियों का पानी दुश्मनों के खेतों को सींच रहा है और मेरे देश की धरती बिना पानी के प्यासी है. कैसा समझौता था, जिसने पिछले सात दशक से मेरे देश के किसानों का अकल्पनीय नुकसान किया है. हिंदुस्तान के हक का जो पानी है. उस पर अधिकार सिर्फ और सिर्फ हिंदुस्तान का है.
दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व...और पढ़ें
दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
August 15, 2025, 08:09 IST