इस गुजराती लड़के ने पकड़ा ऐसा बग! NASA ने हॉल ऑफ फेम में दर्ज कर लिया नाम

1 hour ago

Last Updated:April 21, 2025, 15:14 IST

Rajkot Sarvagya Pathak Success Story: राजकोट के 21 वर्षीय सर्वज्ञ पाठक ने नासा, WHO और NIST की वेबसाइट्स से बग्स खोजकर साइबर सुरक्षा में उत्कृष्टता हासिल की है. नासा ने उन्हें हॉल ऑफ फेम में शामिल किया है.

इस गुजराती लड़के ने पकड़ा ऐसा बग! NASA ने हॉल ऑफ फेम में दर्ज कर लिया नाम

राजकोट के सर्वज्ञ पाठक ने बड़ी उपलब्धि हासिल की.

हाइलाइट्स

सर्वज्ञ पाठक ने नासा में बग खोजकर हॉल ऑफ फेम में नाम दर्ज कराया.सर्वज्ञ ने NIST और WHO की वेबसाइट्स से भी बग्स खोजे.सर्वज्ञ की उपलब्धियां युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक हैं.

राजकोट: गुजरात के राजकोट के 21 साल के सर्वज्ञ पाठक ने अमेरिका के साइबर सुरक्षा क्षेत्र में एक शानदार उपलब्धि हासिल करके गुजरात और भारत का नाम रोशन किया है. सर्वज्ञ ने नासा, WHO और अमेरिका की नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्टैंडर्ड्स एंड टेक्नोलॉजी (NIST) जैसी प्रमुख संस्थाओं की वेबसाइट्स से बग्स (Coding Errors) खोजकर अपनी कुशलता साबित की है. इस युवा ने छोटी उम्र में ही नासा के हॉल ऑफ फेम में अपना नाम दर्ज कराया है, जो उनके परिवार, राजकोट, गुजरात और पूरे भारत के लिए गर्व की बात है.

NIST इंप्रेस हुआ
सर्वज्ञ पाठक ने अमेरिका की साइबर सुरक्षा संस्था नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्टैंडर्ड्स एंड टेक्नोलॉजी (NIST) की वेबसाइट में एक बग खोजा, जो कोडिंग के दौरान हुई एक छोटी ऐरर थी. इस बग को खोजने की उनकी अनोखी विधि से NIST इंप्रेस हुआ और उन्होंने इस बग को सर्वज्ञ पाठक के नाम से “डिस्कवर” के रूप में रजिस्टर किया. इसके अलावा, सर्वज्ञ को नासा से एक ई-मेल प्राप्त हुआ, जिसमें लिखा था, “मिस्टर सर्वज्ञ पाठक, आपने नासा की वेबसाइट से जो बग खोजकर हमें सूचित किया है, उसके लिए आपका नाम नासा के हॉल ऑफ फेम में दर्ज किया जाता है.” इस उपलब्धि ने सर्वज्ञ को अमेरिका के साइबर वर्ल्ड में एक चमकते सितारे के रूप में स्थापित किया है.

बता दें कि सर्वज्ञ वर्तमान में अमेरिका सरकार के तहत एक साइबर सुरक्षा संस्था में काम कर रहे हैं, जहां वे पूरे अमेरिका के साइबर स्ट्रक्चर की निगरानी करते हैं. उन्होंने WHO, अमेरिका की शिक्षा मंत्रालय और अन्य देशों की वेबसाइट्स से भी बग्स खोजकर कई प्रमाणपत्र प्राप्त किए हैं. इस बग खोजने की प्रक्रिया इतनी अनोखी थी कि NIST ने नोट किया कि इस प्रकार का बग पहले किसी ने नहीं खोजा था. इस उपलब्धि के कारण सर्वज्ञ का नाम अमेरिका के साइबर वर्ल्ड में हमेशा के लिए अंकित हो गया है.

सर्वज्ञ की इस सफलता के पीछे उनकी पढ़ाई और मेहनत का बड़ा योगदान है. उन्होंने कक्षा 10 तक राजकोट की सेंट मैरी स्कूल में पढ़ाई की और कक्षा 11-12 राजकोट की उत्कर्ष स्कूल से पूरी की. इसके बाद, उन्होंने गांधीनगर के धीरूभाई अंबानी इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी (DA-IICT) से ICT (इंफॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी) में बी.टेक की डिग्री प्राप्त की. इस दौरान, उन्होंने DRDO (डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन) में इंटर्नशिप भी की.

युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक
जानकारी के अनुसार, वर्तमान में सर्वज्ञ अमेरिका में पढ़ाई कर रहे हैं और साइबर सुरक्षा क्षेत्र में नई-नई रिसर्च कर रहे हैं. उन्होंने एक साइबर सुरक्षा क्लब भी बनाया है, जो युवाओं को इस क्षेत्र में प्रोत्साहित करता है. मात्र 21 वर्ष की उम्र में सर्वज्ञ ने जो उपलब्धियां हासिल की हैं, वह युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक उदाहरण हैं. सर्वज्ञ का सपना है कि वह साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां हासिल करें और वैश्विक साइबर सुरक्षा (Global Cyber ​​Security) में योगदान दें. सर्वज्ञ की इस सफलता के पीछे उनके परिवार का बड़ा योगदान है. उनके पिता, देवर्षि पाठक, जो पेशे से प्रोफेशनल फोटोग्राफर हैं और माता शीतल पाठक ने सर्वज्ञ को हमेशा प्रोत्साहित किया.

First Published :

April 21, 2025, 15:14 IST

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