Last Updated:January 10, 2025, 15:04 IST
Mysuru jail death: पुलिस ने बताया कि मैसूर जेल के बेकरी में काम करने वाले 3 कैदियों की केक एसेंस खाने से मौत हो गई. जेल प्रशासन मामले की जांच कर रहा है.
केक एसेंस पीने के बाद 3 कैदियों की मौत.
कर्नाटक के मायसूरु जेल में एक दुखद घटना घटी है, जिसमें बेकरी विभाग में काम कर रहे तीन क़ैदियों की मौत हो गई. यह घटना तब हुई जब इन क़ैदियों ने केक बनाने के दौरान इस्तेमाल होने वाले केक एसेंस का सेवन किया, जिसके कारण उन्हें स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हुईं और फिर उनकी जान चली गई.
केक एसेंस से हुई गंभीर समस्या
पुलिस सूत्रों के अनुसार, बेकरी विभाग में काम करने वाले क़ैदी आम तौर पर केक और बेकरी के अन्य सामान तैयार करते हैं. इन क़ैदियों ने केक में खुशबू और स्वाद लाने के लिए केक एसेंस का अधिक मात्रा में सेवन किया. इस पदार्थ में कुछ रसायन होते हैं, जो सामान्य उपयोग के लिए सुरक्षित होते हैं, लेकिन अधिक मात्रा में सेवन करने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. क़ैदियों की स्थिति बिगड़ी और तीनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मृत्यु हो गई.
जांच शुरू, परिवारों में शोक की लहर
इस घटना के बाद जेल प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है. क़ैदियों के परिवारों में गहरे दुख का माहौल है. मृतक क़ैदियों के परिवार वाले इस घटना को लेकर कई सवाल उठा रहे हैं. वे जानना चाहते हैं कि कैसे ये क़ैदी इस प्रकार के खतरनाक पदार्थ का सेवन करने तक पहुंचे. जेल प्रशासन और अन्य संबंधित अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है.
जेल प्रशासन पर सवाल
इस घटना के बाद, जेल प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं. क़ैदियों को किस तरह की सामग्री दी जाती है, इसका अधिक ध्यान रखा जाना चाहिए था. इस तरह की दुर्घटनाएं भविष्य में ना हों, इसके लिए जेल अधिकारियों को इस मुद्दे पर गंभीरता से सोचना होगा. हालांकि, जेल प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि वे इस मामले में पूरी जांच करेंगे और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाएंगे.
अलर्ट जारी, सुरक्षा पर ध्यान देने की ज़रूरत
इस घटना ने जेल में काम करने वाले क़ैदियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य पर सवाल खड़ा कर दिया है. क़ैदियों की सुरक्षा के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य के लिए जेल प्रशासन को और भी सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है. भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार और जेल प्रशासन को और प्रभावी कदम उठाने होंगे