Last Updated:January 10, 2025, 15:41 IST
Pm Modi Podcast: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने बचपन के बारे में खुलकर बात की है. निखिल कामत के साथ पॉडकास्ट में उन्होंने बचपन और दोस्तों के बारे में कई बातें बताई हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बात का मलाल है कि बचपन में जो दोस्त थे. साथ हंसते-खेलते थे, मेरे सीएम बनते ही औपचारिकता निभाने लगे. उनसे मेरा रिश्ता बदल गया. अब मुझे तू कहने वाला कोई नहीं रहा. निखिल कामथ के साथ पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने अपने बचपन और गुजरती जिंदगी पर लंबी बातचीत की है. उन्होंने कहा, मेरा जीवन ऐसा रहा है कि बचपन के दोस्तों के साथ संपर्क ही नहीं रह गया. मैंने बहुत कम उम्र में घर छोड़ दिया था. इसकी वजह से स्कूली दोस्तों से भी संपर्क नहीं रह पाया.
प्रधानमंत्री कहते हैं कि जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री बना तो बड़ी इच्छा थी कि सारे दोस्तों को बुलाकर बैठा जाए. बातचीत की जाए. मैंने उन्हें बुलाया और करीब 35 लोग आए भी. लेकिन उनसे बातचीत में दोस्ती वाली बात नहीं दिखी. मुझे भी वो आनंद नहीं आया. इसकी वजह थी कि मैं उनमें बचपन का दोस्त तलाश रहा था, लेकिन वे मुझे मुख्यमंत्री मानकर बात कर रहे थे. तब जो खाई बनी, वो पटी ही नहीं. यही वजह है कि मेरे जीवन में कोई तू कहने वाला बचा ही नहीं. ज्यादातर लोग मुझे बहुत औपचारिक और सम्मानजनक ढंग से ही संबोधित करते हैं.
An enjoyable conversation with @nikhilkamathcio, covering various subjects. Do watch… https://t.co/5Q2RltbnRW
— Narendra Modi (@narendramodi) January 10, 2025
वे एकमात्र शख्स थे जो तू कहते थे
पीएम मोदी ने कहा, मेरे एक टीचर थे-रास बिहारी मणियार. वे मुझे हमेशा चिट्ठी लिखा करते थे, उसमें वे तू कहकर संबोधित करते थे. लेकिन हाल ही में 94 साल की उम्र में उनका निधन हो गया. वे आखिरी और एक मात्र शख्स थे, जो मुझे तू कहकर बुलाते थे. पुराने दिनों को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा, जब मैं सीएम बना तो इच्छा थी कि अपने भी शिक्षकों का सार्वजनिक रूप से सम्मान करूंगा. मैंने अपने सभी टीचर्स को ढूंढा भी और सबको सम्मानित किया. तब मेरे दिमाग में एक ही बात थी कि आज मैं जो कुछ भी हूं, इन लोगों के योगदान की वजह से ही हूं.पीएम मोदी ने बताया कि स्कूल में वे उत्कृष्ट छात्र नहीं थे, लेकिन एक टीचर ने बहुत प्रोत्साहित किया.
गांधी ने तो कभी टोपी नहीं पहनी
निखिल कामथ ने जब पीएम मोदी से पूछा कि आज राजनीति में आने की इच्छा रखने वाले युवाओं से आप क्या कहना चाहेंगे? इस पर पीएम मोदी ने कहा- हमेशा मिशन नहीं एंबिशन के बारे में सोचें. आज की राजनीति की बात करें तो महात्मा गांधी कहां फिट बैठते. वे तो काफी साधारण जीवन जीते थे. फिर भी महान रहे. इसकी सिर्फ एक वजह है कि उनका जीवन बोलता था. महात्मा गांधी ने टोपी नहीं पहनी, लेकिन पूरी दुनिया ने गांधी टोपी पहनी. वे अहिंसा की बात करते थे, लोग उसे मानते थे. वे सत्ता में कभी नहीं आए, लेकिन सभी नेताओं को राजघाट जाना पड़ता है.