Last Updated:August 26, 2025, 12:29 IST
Karauli: करौली जिले के सपोटरा क्षेत्र का भूमेंद्र सागर बांध 32 साल बाद लबालब भरकर छलक गया है। लगातार हुई बारिश से बांध अपनी पूरी क्षमता तक पहुंच गया और उस पर दो फीट ऊंची पानी की चादर बहने लगी। यह नजारा देखने के...और पढ़ें

करौली. जिले के सपोटरा क्षेत्र में स्थित ऐतिहासिक भूमेंद्र सागर बांध आखिरकार 32 साल बाद लबालब हो गया है. लगातार हुई बारिश के बाद बांध अपनी पूरी क्षमता से भर गया और अब उस पर दो फीट ऊंची पानी की चादर बह रही है. यह नजारा देखने के लिए आसपास के गांवों और कस्बों से बड़ी संख्या में लोग बांध के किनारे पहुंच रहे हैं.
जानकारी के अनुसार वर्ष 1993 के बाद यह पहला अवसर है जब भूमेंद्र सागर बांध पर पानी की चादर चली है. रियासतकाल में बने इस बांध को इलाके की पहचान और किसानों की जीवनरेखा माना जाता है. लेकिन लंबे समय से मानसून के बावजूद यह बांध पूरी तरह नहीं भर पाता था. हर बार पानी का स्तर नीचे ही रह जाता था. इस बार लगातार हुई बारिश ने पूरे सपोटरा क्षेत्र को भिगो दिया और बांध ने अपनी 163 एमसीएफटी भराव क्षमता पूरी कर ली.
लूलोंझ नदी और जल निकासी मार्ग में तेज बहाव
इस बार पानी का स्तर 16 फीट तक पहुंचने के बाद ऊपर से करीब दो फीट की चादर बह निकली. पानी की यह चादर बहने से लूलोंझ नदी और जल निकासी मार्ग में तेज बहाव देखने को मिला. अचानक आए इस पानी ने नदी और आसपास के इलाकों का नजारा पूरी तरह बदल दिया.
किसानों और ग्रामीणों में उत्साह
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि 32 साल बाद बांध को छलकते देखना गर्व और खुशी का क्षण है. किसानों का मानना है कि अब खेतों की सिंचाई के लिए भरपूर पानी उपलब्ध रहेगा. इससे उनकी फसलें बेहतर होंगी और कृषि व्यवस्था को मजबूती मिलेगी. वहीं परिवार और बच्चे बांध किनारे पहुंचकर इस ऐतिहासिक नजारे को कैमरे में कैद कर रहे हैं. लोगों के लिए यह नजारा किसी त्योहार से कम नहीं है.
प्रशासन ने बढ़ाई निगरानी
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से करौली जिले के सपोटरा क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही थी. लगातार बरसे बादलों ने बांध को भर दिया और आखिरकार तीन दशक बाद भूमेंद्र सागर बांध छलक उठा. प्रशासन ने बांध और जल निकासी मार्ग पर निगरानी बढ़ा दी है ताकि किसी भी तरह की स्थिति से निपटा जा सके.
उम्मीदों से भरा भविष्य
32 साल बाद भूमेंद्र सागर बांध के छलकने से पूरे क्षेत्र में उत्साह और उमंग का माहौल है. ग्रामीणों और किसानों को उम्मीद है कि आने वाला समय खेती और पानी दोनों के लिहाज से बेहतर साबित होगा.
Location :
Karauli,Karauli,Rajasthan
First Published :
August 26, 2025, 11:54 IST