Last Updated:January 10, 2025, 11:37 IST
Nashik Ghost Rumors: नासिक जिले के शिरवाडे गांव में भूत द्वारा वाहन चालक पर हमला किए जाने की अफवाहें वायरल हो रही हैं. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और फोटो ने इस डर को बढ़ाया, लेकिन महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने इनको नकली और एडिटेड...और पढ़ें
नासिक भूत हमले की अफवाहें
नासिक: महाराष्ट्र जिले के निफाड तालुका के शिरवाडे-धामोरी रोड पर एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक वाहन चालक के साथ भूत द्वारा कथित तौर पर हमला किए जाने की अफवाह है. शिरवाडे गांव के पास नदी के किनारे भूत दिखने की चर्चा तेजी से फैल गई है और इससे इलाके में डर का माहौल पैदा हो गया है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और फोटो ने इस अफवाह को और बढ़ावा दिया है.
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो और फोटो
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में रोने की आवाजें सुनाई दे रही हैं, जिससे इलाके के लोगों में डर का माहौल बन गया है. एक वाहन चालक की पीठ पर गंभीर चोटें दिख रही हैं, जो वायरल फोटो में नजर आ रही हैं. वीडियो और फोटो के आधार पर यह दावा किया जा रहा है कि भूत ने चालक पर हमला किया, लेकिन इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है और फोटो और वीडियो की सच्चाई पर सवाल उठाए जा रहे हैं.
महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति की प्रतिक्रिया
वहीं, महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने इस घटना का संज्ञान लिया है और इन वायरल हो रहे वीडियो और फोटो को नकली बताया है. समिति के राज्य कार्यवाह कृष्णा चांदगुडे ने स्पष्ट किया कि भूत जैसी चीज़ें इस दुनिया में नहीं होतीं और यह सब सिर्फ अंधविश्वास का हिस्सा है. उनका कहना है कि बचपन से ऐसी चीजों का मन पर असर होता है, जिससे लोग डरने लगते हैं. उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे इस डर से बचें और सही जानकारी पर विश्वास करें.
फोटो और वीडियो की जांच
महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने फोटो और वीडियो की जांच की तो पाया कि वे एडिट किए गए हैं और कई अलग-अलग घटनाओं से संबंधित हैं. समिति ने यह भी कहा कि ये फोटो पहले से ही अन्य स्थानों पर वायरल हो चुके हैं. समिति के कार्यकर्ता अमावस्या की रात शिरवाडे-धामोरी रोड पर जाकर यह दिखाने का प्रयास करेंगे कि भूत जैसी कोई चीज नहीं होती और इससे जुड़ी सच्चाई को सामने लाएंगे.
बता दें कि इस घटना से जुड़े अफवाहों ने न सिर्फ शिरवाडे गांव, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी डर का माहौल बना दिया है. हालांकि, महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने इस घटना को झूठा और आधारहीन बताया है, और जनता से अपील की है कि वे अंधविश्वास से बचें और सही तथ्यों को जानने का प्रयास करें.